राम जानकी मार्ग के प्रथम फेज में बिहार के सिवान से मसरख के बीच टोटल 50 किलोमीटर लंबाई में फोरलेन सड़क का निर्माण होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा 1431.36 करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी मिली है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि सारण के पिछड़े इलाके, धार्मिक, पर्यटन स्थल स्कीम के तहत एनएच-531 के फोरलेन तनरवा तथा सीवान बाइपास के निर्माण व एनएच-227ए के सीवान से मशरख तक फोरलेन निर्माण एवं उन्नयन को 1431.36 करोड़ खर्च के साथ मंजूरी दी गयी है।
बता दें कि राम-जानकी मार्ग यूपी, बिहार तथा नेपाल को जोड़ने वाली सड़क है। हालांकि, इसके प्रथम फेज के लिए सीवान से मशरख के बीच टोटल 50 किमी लंबाई में फोरलेन सड़क निर्माण के लिए एनएचएआइ ने पहले ठेका एजेंसी के चयन हेतु टेंडर निकाला था पहले चरण में चार बाइपास बनेगा। इसमें लगभग सीवान बाइपास 4.63 किमी लंबाई में, तनरवा बाइपास करीब 7.38 किमी लंबाई में, मशरख बाइपास करीब 2.29 किमी लंबाई में और करीब 14.66 किमी लंबी बसंतपुर बाइपास शामिल हैं। इसके साथ ही एक बड़ा पुल, दो ग्रेड सेपरेटर, 14 छोटे पुल, 15 अंडरपास और एक आरओबी का निर्माण होगा।
बता दें कि राम-जानकी मार्ग टोटल 240 किमी लंबी है। इसमें बिहार होकर गुजरने वाले राम-जानकी मार्ग की लंबाई लगभग 200 किमी होगी। वहीं, लगभग 40 किमी लंबाई की रोड यूपी के मेहरौना घाट से सीवान तक होगी। इस सड़क को पहले दो लेन में बनाया जाना था, मगर बाद में बिहार सरकार के पहल से इसे फोरलेन में निर्माण की मंजूरी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा मिली।
जानकारी के मुताबिक, बिहार में इस सड़क के पहले फेज में सीवान से मशरख के बीच लगभग 50 किमी लंबाई में सड़क बनेगी। वहीं, दूसरे फेज मशरख से चकिया तक लगभग 48 किमी, तीसरे फेज में चकिया से भिट्ठामोड़ के बीच लगभग 103 किमी लंबाई में फोरलेन सड़क बनेगी।