देश में फिलहाल तीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। गांधीनगर से मुंबई के बीच चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस देश की तीसरी ट्रेन है। पहली ट्रेन नई दिल्ली से वाराणसी जबकि दूसरी ट्रेन नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटरा के बीच चल रही है। वंदे भारत ट्रेन की रफ्तार 180 किमी प्रति घंटे बताई जा रही है।
बताया जाता है कि यह ट्रेन 200 किलोमीटर की स्पीड जा सकती है। रफ्तार और आरामदायक यात्रा के मामले में यह ट्रेन कितनी बेहतर है, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि तीसरी वंदे भारत ट्रेन ने ट्रायल के दौरान केवल 52 सेकंड में 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड पकड़ ली थी और इस तरह जापान के बुलेट ट्रेन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया था। बता दें कि इस रफ्तार को हासिल करने में जापानी बुलेट ट्रेन को 54.6 सेकेंड का वक्त लगता है।
बिहार के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन कब चलेगी, इस बारे में कहना तो मुश्किल है, लेकिन सरकार जिस गति से इस ट्रेन का निर्माण करने में जुटी हुई है, उससे कयास लगाए जा सकते हैं कि अगले वर्ष तक बिहार में यह ट्रेन चल सकती है। अगर ऐसा हो पाता है तो पटना से राजधानी दिल्ली की दूरी आधी हो जाएगी। पटना से दिल्ली की दूरी पूरे 1000 किलोमीटर है। अधिकतर ट्रेनों को दिल्ली से पटना के बीच यात्रा में एवरेज 13 से 15 घंटे का वक्त लगता है। लेकिन वंदे भारत ट्रेन के आने से इसकी दूरी केवल 5 से 6 घंटे में पूरी हो सकती है, क्योंकि इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन की रफ्तार 180 से ऊपर है।
बता दें कि इंडियन रेलवे कि अगले साल 15 अगस्त तक 75 नई वंदे भारत ट्रेन निर्माण का प्लान है और यही कारण है कि युद्ध स्तर पर ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है। रेलवे का लक्ष्य है कि हर महीने 5 से 6 वंदे भारत ट्रेन बनाई जाए और खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस पर योजना की निगरानी कर रहे हैं। जानकारी हो कि वंदे भारत ट्रेन पूरी तरह से देश में बना हुआ है यानी कि मेड इन इंडिया। यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। इस ट्रेन में ऑटोमेटिक डोर और एयर कंडीशन चेयर कुर्सी हैं। इस ट्रेन की कुर्सियां 180 डिग्री तक रोटेट हो सकती है।