बैंकों के अवकाश प्राप्त अधिकारियों को बिहार सरकार बहाल करने जा रही है। नवगठित सांस्थिक निदेशालय में इनको जिम्मेदारी दी जाएगी। जून 2019 में ही निदेशालय का गठन हुआ था। बैंकिंग मामलों के एक्सपर्ट के तौर पर अब तक किसी की भी नियुक्ति नहीं हुई थी। किसी निदेशालय में बिहार सरकार ऐसा प्रयोग पहली बार करने जा रही है। वर्तमान में बैंकों के रिटायर्ड अधिकारियों के लिए निदेशालय में 3 पद सृजित किए गए हैं। एक जनरल कैटेगरी, एक अत्यंत पिछड़ा और एक महिला के लिए है।
महिला के लिए स्वीकृत पद अनरिजर्वड है। यानी किसी भी कैटेगरी की महिला की इसमें नियुक्ति हो सकती है। सांस्थिक वित्त निदेशालय की जारी नोटिस के अनुसार संविदा बहाली में उन्हें मौका मिलेगा, जो सेवाकाल के दौरान एजीएम या उच्च पद पर सेवा दे रहे हैं। 1 जनवरी 2022 तक उनकी आयु 63 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। पहली नियुक्ति 1 साल के लिए होगी। ऐसे पूर्व बैंक अधिकारी 65 साल की उम्र तक सेवा में बने रह सकते हैं। इंटरव्यू के आधार पर चयन किया जाना है।
बता दें कि इसी साल जनवरी में पुलिस मुख्यालय ने संविदा के आधार पर वैकेंसी निकाली थी जिसमें तकरीबन एक हजार अवकाश प्राप्त पुलिसकर्मियों ने आवेदन किया था। हाल ही में रिटायर्ड होने वाले पुलिसकर्मियों को पुलिस विभाग ने एक साल के लिए संविदा पर नियुक्ति करने का निर्णय लिया था। 31 दिसंबर तक मांगे गए आवेदन में रोजाना लगभग 70 से 80 रिटायर्ड कर्मियों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई थी। यह व्यवस्था बीते साल 2021 में 1 अप्रैल 2020 से जुलाई 2021 के बीच सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए थी।