बिहार में राज्य सरकार के द्वारा जच्चा और बच्चा की देखभाल हेतु जननी बाल सुरक्षा स्कीम का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत सरकार प्रसव के बाद महिलाओं के बैंक अकाउंट में एकमुश्त 6000 रुपए की वित्तीय मदद भेजती है। योजना का मकसद मां और बच्चे की स्वास्थ्य से जुड़ी हुई जरूरतों को पूर्ण करना है। छह हजार रुपए की राशि न्यूट्रीशन के लिए भेजी जाती है जिससे जन्म के बाद मां और बच्चों को कुपोषण का शिकार होने से मुक्त किया जा सके।
राज्य सरकार की इस योजना का फायदा तमाम गर्भवती महिलाएं ले सकती हैं। योजना के तहत संबंधित इलाके की आशा कार्यकर्ता या फिर संगिनी गर्भवती महिलाओं की लिस्ट बना कर रखती है और प्रसव के बाद हॉस्पिटल से सर्टिफिकेट बनवा कर विभागीय अधिकारियों को दी जाती है। प्रसव का सर्टिफिकेट बिहार के सरकारी अस्पतालों का बना होना जरूरी है। महिला के बैंक अकाउंट में ही धनराशि का होगा।
महिला को इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ दस्तावेजों की जरूरत होगी। महिला का वोटर कार्ड, आधार कार्ड, प्रसव सर्टिफिकेट और बैंक खाता की जरूरत होगी। योजना के संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए संबंधित आशा कार्यकर्ताओं से मिल सकते हैं। औसतन एक महीने के भीतर धनराशि का पेमेंट कर दिया जाता है।
बता दें कि आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं की लिस्ट बनाती हैं। बिहार सरकार की इस योजना के साथ ही महिलाओं को गर्भ के समय खाद्यान्न तथा न्यूट्रीशन मुहैया कराया जाता है। इस योजना के माध्यम से कुपोषण को कम करने में अबतक बड़ी सफलता हासिल हुई है। अधिकतर ग्रामीण इलाकों में इस योजना के बेहतर नतीजे सामने आये हैं।