बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा है कि राज्य में 11 जगहों पर रेलवे ओवरब्रिज यानी और बनाने का प्लान है। इन्हें बनाने में 785 करोड़ की राशि खर्च होगी। इसके निर्माण से राज्य के अलग-अलग शहरों और घनी आबादी वाले इलाके में ट्रैफिक सुविधा सुलभा और तेज हो सकेगी। जाम की समस्या से लोगों को मुक्ति मिलेगी। मंत्री नितिन नवीन बिहार विधान परिषद की दूसरी पाली में विभागीय बजट पर हुई बहस के जवाब में यह बातें कर रहे थे।
मंत्री नितिन नवीन ने जानकारी दी कि स्वीकृत आरओबी में भागलपुर में नवगछिया – कटरिया के बीच, पटना में कुल्हड़िया- जमनिया, बक्सर में चौसा गहमर और बक्सर- बरुणा के बीच, पूर्वी चंपारण में जीवधारा- बापूधाम, सासाराम में करबंदिया-मुगलसराय, सीतामढ़ी में परसौनी- सीतामढ़ी, कैमूर जिले में पुसौली-मुठानी के बीच और औरंगाबाद में रफीगंज गया में गुरारू शामिल है।
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— Nitin Nabin (@NitinNabin) March 24, 2022
नितिन नवीन ने कहा कि आने वाले समय में राज्य में में 56 आरओबी का निर्माण होना है। इसके लिए 120 विशेष जगह चिन्हित किया गए हैं। जहां अल्टरनेट बाइपास का व्यवस्था किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भागलपुर, पटना, गया और दरभंगा में रिंग रोड भी प्रस्तावित हैं। इस योजना पर टोटल 750 करोड़ की लागत आएगी जिसमें नीतीश सरकार 462 करोड़ से अधिक का वहन करेगी।
सहरसा शहर में निर्माण होने वाले आरओबी पर 104.76 करोड़ की लागत राज्य सरकार अपनी मद से खर्च करेगी। मंत्री ने बताया कि अब तक प्रधानमंत्री पैकेज पर 44 करोड़ खर्च किये जा चुके हैं, बिहर को इस विशेष पैकेज से 54 हजार करोड़ रुपये मिले हैं।