बिहार में 10 स्टेट हाईवे निर्माण को मंजूरी मिल गई है। एशियन डेवलपमेंट के मदद से निर्माण होने वाली इन सड़कों के लिए राज्य सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने मुहर लगा दी है। बीते दिनों विकास आयुक्त के नेतृत्व में स्क्रीनिंग समिति ने टोटल 500 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण के लिए प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। प्रस्ताव केंद्र सरकार को सौंपा गया था। इन सड़कों के निर्माण होने से भागलपुर मुजफ्फरपुर सहित 13 जिले के लोगों को डायरेक्ट लाभ मिलेगा।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में पथ निर्माण विभाग में 10 स्टेट हाईवे तथा एक पुल निर्माण का फैसला लिया है। इसके तहत सुपौल जिले में गणपतगंज से परवा के बीच 53 किलोमीटर लंबाई में स्टेट हाईवे का निर्माण होना है। सिवान और छपरा से होकर गुजरने वाली मांझी-दरौली गुठनी सड़क बनाई जाएगी जिसकी लंबाई 71.6 किमी है।
वहीं, बक्सर में ब्रह्मपुर-कुरानसराय-इटाढ़ी-सरंजा-जालीपुर रोड बनेगी। नवादा तजा गया वाली वनगंगा-जेठियन गहलोर-भिंडस स्टेट सड़क बनेगा, जिसकी लंबाई कुल 41.6 किमी है। भोजपुर में 32.3 किलोमीटर लंबी आरा-एकौना-खैरा सहार रोड का निर्माण किया जाना है।
मधुबनी जिले में मधुबनी-राजनगर-बाबूबरही-खुटौना एसएच बनेगा, जो 41.1 किमी लंबी है। सीतामढ़ी और मधुबनी से होकर गुजरने वाली सीतामढ़ी-पुपरी-बेनीपट्टी सड़क को स्टेट हाईवे में बनाया जाएगा। इसकी लंबाई कुल 51.35 किमी है। बांका तथा भागलपुर होते हुए गुजरने वाली 58 किमी लंबी धोरैया-इंग्लिश मोड़-असरगंज स्टेट हाईवे बनेगा। अतरवेल-जाले सड़क का निर्माण किया जाएगा जिसकी लंबाई 45 किलोमीटर है।
उधर, हथौड़ी-आथर-बभनगामा-औराई रूट में आथर-बभनगांवा के मध्य बागमती नदी पर हाईलेवल का पुल तथा पहुंच पथ बनाया जाएगा। बिहार राज्य पथ विकास निगम के सहयोग से सभी एसएच का निर्माण होगा। इसमें 10 स्टेट हाइवे में फिलहाल तीन एसएचहैं, जबकि एमडीआर की सात सड़कें हैं। लेकिन 10 मीटर से सभी सड़कें कम चौड़ी हैं। एडीबी के मदद से इनको न्यूनतम 10 मीटर चौड़ी बनेगी। सड़कों के चौड़ीकरण होने से संबंधित शहरों में लगने वाले जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी और कम समय में लोग एक जगह से दूसरी जगह आसानी से आवाजाही कर सकेंगे।