औषधीय गुणों से लबरेज सहजन के पत्ते के पाउडर को विदेश निर्यात किया जाएगा। सहजन के पत्ते की प्रोसेसिंग कर पाउडर हरित सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन संघ तैयार करेगा। 100 एकड़ में सहजन की खेती करने की सरकार की योजना है।
संघ के अध्यक्ष मनोज मेहता बताते हैं कि राजधानी पटना समेत राज्य के नालंदा, समस्तीपुर, वैशाली जिलों में सहजन की खेती किसानों से कराई जाएगी। इसकी खेती के लिए प्रति एकड़ किसानों को 50 हजार रुपए का सब्सिडी भी दिया जाएगा। सहजन के पत्ते से पाउडर की खरीदारी के लिए एक कंपनी से Memorandum of understanding (एमओयू) होने वाला है। समझौता होते ही सहजन के पत्ते का पाउडर तैयार कर यूरोपियन कंट्री में निर्यात किया जाएगा।
मनोज मेहता बताते हैं कि यूरोपियन कंट्री में सहजन के पत्ते से बने पाउडर की काफी डिमांड है। भारत में ही सहजन के पत्ते से बना पाउडर 800 रुपए प्रति किलो की दर से बिकता है। विदेशों में इसकी कीमत तीन गुना ज्यादा मिलती है। इसे किसानों की आमदनी में इजाफा होगा। साथ ही बिहार की पहचान वैश्विक स्तर पर बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सहजन की खेती तो होगी ही इसके साथ ही सहजन के कितने पेड़ राज्य में हैं, इसका भी सर्वे किया जाएगा।