बिहार सरकार एक नई रणनीति पर काम कर रही है जिससे राज्य के लोगों को सस्ते दर पर बिजली मुहैया होगी। बिहार के लोगों को सस्ती बिजली मिले इसके लिए सरकार ने आने वाले कुछ सालों में टैरिफ के साथ ही स्लैब में बदलाव करने की तैयारी में है। विद्युत कंपनियों ने इस पर काम करना भी शुरू कर दिया है। बिहार विद्युत विनियामक आयोग से हरी झंडी मिलने के बाद ही टैरिफ और स्लैब में बदलाव का काम होगा। बीते दिन सोमवार को विद्युत कंपनी के नौंवे स्थापना दिवस के अवसर पर ऊर्जा सचिव सह सीएमडी संजीव हंस ने इस विषय पर जानकारी दी।
संजीव हंस ने बताया कि एक समय में बिजली में 90 से अधिक श्रेणी होती थी लेकिन अब इसे 36 पर लाकर खड़ा कर दिया गया है। आने वाले कुछ समय में इसे और कम किया जाए इसके लिए विधुत कंपनी ठोस पहल करने जा रही है। इसके कम होने से सस्ते दर पर बिजली मिलेगी। स्लैब में भी बदलाव किया जाएगा चार-पांच होने वाले स्लैब की संख्या अब तीन से। आने वाले समय में इसे एक या दो करना है। बिजली के एक दर होने पर उपभोक्ताओं को भी आसानी होगी।
स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर से पूछे गए सवाल पर संजीव हंस ने उपभोक्ताओं के लिए फायदा बताते हुए कहा कि कंपनी फ्री में स्मार्ट मीटर लगा रही है। इसका रखरखाव भी 8 सालों तक कंपनी ही करेगी। मीटर रिचार्ज करने पर छूट का भी प्रावधान है। उपभोक्ताओं का आकलन हो सकेगा कि घर में कितनी बिजली की खपत हो रही है इसी अनुसार वो बिजली की उपयोगिता को समझ कर बिजली का सदुपयोग करेंगे।