बिहार में सबसे ज्यादा बहाली शिक्षा विभाग में निकलेगी। वर्ग एक से 12वीं तक शिक्षकों के तकरीबन 1 लाख 75 हजार रिक्त पद भरे जाएंगे। दिसंबर तक नई रिक्तियां आने की उम्मीद है। नियुक्ति प्रक्रिया नई नियमावली के तहत होगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि शिक्षकों के तमाम पदों को शीघ्र भरे जिससे छात्र-छात्राओं के अध्ययन में किसी प्रकार की दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी हाई स्कूलों में शुरू किए गए उन्नयन बिहार प्रोग्राम को ठीक तरीके से लागू करें, जिसका लाभ छात्रों को मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रोग्राम के तहत उच्चतर और उच्च माध्यमिक स्कूलों की कक्षाओं को स्मार्ट क्लास में बदला जा रहा है। सीएम ने सात निश्चय स्कीम के तहत शुरू की गई बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम का क्रियान्वयन बेहतर तरीके से लागू करने को कहा। इस योजना का बखूबी प्रचार-प्रसार छात्र-छात्राओं के बीच होना चाहिए। बैठक में सीएम को जानकारी दी गई कि केंद्र ने शिक्षा विभाग की योजनाओं के लिए साल 2022-23 में प्रदेश को दी जाने वाली केंद्राश राशि की भुगतान अभी तक नहीं की है। इस पर मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को पुनः लेटर लिखने को कहा।
बता दें कि शिक्षा का अधिकार कानून 2009 के तहत 30 छात्रों पर एक शिक्षक होना आदर्श स्थिति है। फिलहाल राज्य में तकरीबन 50 छात्रों पर एक शिक्षक है। उच्च और उच्चतर माध्यमिक में छात्र-शिक्षक अनुपात कम है। बहाली प्रकिया पूरा होने पर अनुपात सामान्य हो जाएगा।