अब बिहार के मुखिया को अपने पंचायतों में काम कराने के लिए कार्ययोजना अपलोड करना होगा। अगर कोई मुखिया अपने पंचायत का कार्ययोजना अपलोड नहीं करता है तो उस पंचायत में विकास कार्य कराने हेतु चक्कर काटने होंगे। अभी तक भागलपुर जिले के 238 पंचायतों में से केवल 185 पंचायतों के मुखिया ने ही अपना कार्ययोजना अपलोड किया है।
अभी भी 53 मुखिया ऐसे हैं जिन्होंने कार्ययोजना अपलोड नहीं किया है। कार्ययोजना को अपलोड करने के लिए 31 मार्च का आखिरी समय मुखिया को दिया गया है। नाथनगर ब्लाक के 14 में से केवल तीन मुखिया ने ही कार्ययोजना अपलोड किया है। 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के हिसाब से आयोग की ओर से अनुशंसित अनुदान की राशि हर साल के वर्ष जून और अक्टूबर में दो इंस्टालमेंट में विमुक्त किया जाएगा।
मुखिया के स्तर से पंचायतों में विकास से जुड़े कई काम होने हैं। अनटायड कोष में टोटल राशि की 40 प्रतिशत राशि सोलर स्ट्रीट लाइट, खेल मैदान, उद्यान में खुला जिम खोलना, आंगनबाड़ी केंद्रों में सुविधाएं बढ़ाना, आटो स्टैंड, यात्री शेड बनाना, शवदाह गृह व विद्युत शवदाह गृह, बस स्टैंड, सामुदायिक भवन का निर्माण होगा।
टायड मद के 30 प्रतिशत राशि से स्वच्छता एवं खुले में शौचमुक्त हेतु निरंतर रखरखाव किया जाएगा। स्वच्छता के लिहाज से गलियों का पक्कीकरण व नाले का निर्माण होगा। मद की 30 प्रतिशत से वर्षा जल संचयन व वाटर रिसाइक्लिंग, पेयजल आपूर्ति, मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना को पूर्ण करने और इसके रखरखाव करने, सार्वजनिक कुआं के जीर्णोद्धार व छठ घाटों को बनाया जाएगा।
पंचायत समिति सदस्य के स्तर से अनटायड मद से पंचायत समिति में आधारभूत ढांचे में इजाफा जाएगा। खेल मैदान का निर्माण किया जाएगा। अन्य टायड मद से सिंचाई क्षमता में बढ़ोतरी हेतु चेक डैम, आहर, पाइन का निर्माण, जल संसाधन विभाग व लघु जल संसाधन विभाग से कोर्डिनेशन कर नदी के पुरानी धार का पुर्नस्थापन काम होगा। टायड मद की राशि से स्वच्छता एवं खुले में शौचमुक्त हेतु निरंतर रखरखाव किया जाएगा। स्वच्छता के लिहाज से गलियों का पक्कीकरण व नाले का निर्माण होगा।
जिला परिषद के स्तर से अनटायड मद की राशि से जमीन का सीमांकन व चहारदीवारी बनाना, जिला परिषद अस्पताल में आधारभूत ढांचा को बढ़ावा, सैरातों का विकास, ग्रामीण इलाकों में बस स्टैंड, आटो स्टैंड, आयोत्पादक परिसंपत्तियों का निर्माण, शवदाह गृह व विद्युत शवदाह गृह का निर्माण, यात्रियों के लिए शेड बनाया जाएगा।अन्य टायड मद से सिंचाई क्षमता में बढ़ोतरी हेतु चेक डैम, आहर, पाइन का निर्माण, जल संसाधन विभाग व लघु जल संसाधन विभाग से कोर्डिनेशन कर नदी के पुरानी धार का पुर्नस्थापन काम होगा। टायड मद की राशि से स्वच्छता एवं खुले में शौचमुक्त हेतु निरंतर रखरखाव किया जाएगा। स्वच्छता के लिहाज से गलियों का पक्कीकरण व नाले का निर्माण होगा।