बीते दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया है। यूपी के 9 जिले से होकर गुजरने वाली 340 किलोमीटर लंबी एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियां बुलेट की रफ्तार से दौड़ती है। यूपी के तर्ज पर ही बिहार में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़कों का जाल बिछाने का फैसला लिया है। बिहार सरकार पटना से कोलकाता के बीच 550 किलोमीटर लंबी एक्सप्रेस-वे का निर्माण करेगी जिससे यातायात को बेहतरीन कनेक्टिविटी मिलेगी वहीं पटना से कोलकाता का सफर आसान हो जाएगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के बाद से ही बिहार में भी इसी तरह के एक्सप्रेस वे की मांग तेज हो गई थी। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि बिहार में इस तरह के निर्माण के लिए सीएम नीतीश कुमार को और कितने कार्यकाल चाहिए। जिसके बाद राज्य सरकार में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने पटना से कोलकाता के बीच एक्सप्रेस-वे निर्माण को लेकर बड़ा फैसला लिया है।
मीडिया से मुखातिब होते हुए नितिन नवीन ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की तरह ही बिहार में भी एक्सप्रेस-वे की झलक देखने को मिलेगी। ग्रामीण इलाकों को मुख्य सड़क से कनेक्ट कर रहे हैं, वहीं बिहार की कनेक्टिविटी को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। पटना से कोलकाता के बीच बनने वाला एक्सप्रेस-वे बिहार का पहला एक्सेस रिस्ट्रिक्टेड होगा। उन्होंने कहा कि भारतमाला परियोजना के तहत इसका निर्माण होगा।