बिहार में सरकार यातायात सुविधा को दुरुस्त करने के लिए लगातार नदियों पर पुलों का निर्माण कर रही हैं इस क्रम में गंगा नदी पर प्रत्येक 40 किलोमीटर पर पुल बनाया जाना है. निर्माणाधीन सभी पुलों का निर्माण कार्य अभी गंगा में जल स्तर के बढ़ाव के कारण धीमा हो गया है या फिर रुक गया है.
बिहार में गंगा नदी पर महत्वकांक्षी पुल अगुवानी सुल्तानगंज महासेतु देश का पहला ऐसा पुल बन रहा है जिस पर पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध होगी. इस महासेतु के निर्माण का कार्य 2022 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.अगुवानी सुल्तानगंज महासेतु खगड़िया और भागलपुर को जोड़ेगा, फिलहाल इसका निर्माण कार्य गंगा में जलस्तर बढ़ने के कारण धीमा पड़ गया है.
अगुवानी सुल्तानगंज महासेतु दक्षिण बिहार से उत्तर बिहार को जोड़ेगा इसके बन जाने से सबसे ज्यादा भागलपुर और खगड़िया को सबसे ज्यादा लाभ होगा इन दोनों जिलों के बीच की दूरी कम हो जाएगी और कनेक्टिविटी पहले से और बेहतर हो जाएगी. आपको बता दें कि देश का यह पहला ऐसा पुल होगा इस पर पार्किंग की सुविधा होगी, इस पुल को पर्यटन के दृष्टिकोण से भी विकसित किया जा रहा है, यहाँ डॉल्फिन ऑर्ब्जरबेटरी बनाया जा रहा है भ्रमण के दैरान लोग इस गंगा नदी के साथ-साथ डॉल्फिन ऑर्ब्जरबेटरी कभी लुफ्त उठा पाएंगे.
अगुवानी सुल्तानगंज महासेतु राष्ट्रीय राजमार्ग 31 और 80 को जोड़ेगी, इस महासेतु 2022 आमजन के लिए खोलने का लक्ष्य रखा गया है. दक्षिण बिहार उत्तर बिहार को जोड़ने में इस महासेतु की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. इसके महासेतु के निर्माण में कुल 1710.77 करोड़ रुपये खर्च की जा रही है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस पुल की लंबाई 3.16 किलोमीटर है साथ 25 किलोमीटर एप्रोच रोड भी बनाया जाना है. 25 किलोमीटर है. बिहार सरकार मार्च 2022 तक इस पुल को शुरू करने का निर्देश दिया है.