देश का पहला ऐसा जिला बिहार का पूर्णिया जहां के हर पंचायतों में मिनी पुस्तकालय है। बिहार शिक्षा विभाग के सहयोग से दान स्वरूप 1,26,607 किताबों से हर ग्राम पंचायतों में मिली लाइब्रेरी खोले गए हैं। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसकी तारीफ कर चुके हैं, उन्होंने कहा है पूर्णिया जिले में साक्षरता दर में सुधार लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जन सहयोग के जरिए जिला प्रशासन द्वारा संचालित हो रहे किताब दान कार्यक्रम एक शानदार पहल है।
पूर्णिया के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट राहुल कुमार ने इस पहल की शुरुआत 25 जनवरी 2020 को ही की थी। पहली दफा जिले के केनगर प्रखंड में किताब दान अभियान की शुरुआत हुई थी। पूर्णिया जिले के अंतर्गत आने वाले सभी 230 पंचायतों में मिनी लाइब्रेरी खोली जा चुकी है। पहला मिनी पुस्तकालय 500 किताबों से 25 जनवरी 2021 को अरोड़ा पंचायत में खुला था। पिछले महीने ही नीति आयोग की टीम ने यहां के पुस्तकालयों का निरीक्षण किया था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुभकामनाएं देते हुए कहा, गौरवशाली अतीत, ऐतिहासिक एवं अध्यात्मिक धरोहरों तथा धार्मिक विरासतों की धरती पूर्णिया का इतिहास काफी पुराना है। अध्यापक श्यामसुंदर गुप्ता ने बताया कि जहां बच्चे आज के युग में सोशल मीडिया से जुड़े रहते हैं। किताबों से दूरी रहती है, बच्चों को किताबों से जुड़ने के लिए इस पहल की शुरुआत की गई है।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के 115 आकांक्षी जिलों में बिहार का पूर्णिया जिला भी शामिल है। इसी पहल की शुरुआत 22 जनवरी 2020 को शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के बाद की गई थी, जिसके बाद 25 जनवरी 2020 को म्यूजियम कक्ष में किताब दान अभियान कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। जिला अधिकारी व उनकी पत्नी ने 57 किताबें सप्रेम दान कर इसकी आधारशिला रखी थी।