भारतमाला परियोजना के तहत उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली गंगा नदी पर कच्ची दरगाह बिदुपुर के बीच बन रहे सिक्स लेन पुल का निर्माण युद्धस्तर पर जारी है। जिला भूअर्जन पदाधिकारी वकील प्रसाद सिंह बताते हैं कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली फोरलेन सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जोरों-शोरों से चल रही है। अब तक जमीन अधिग्रहण के लिए 52 करोड़ रुपए वितन किया जा चुका है। बता दें कि इस परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए तकरीबन 324 करोड़ रुपए की राशि आवंटन होनी है इसमें पहले चरण में 83 करोड़ आवंटित हुई है।
अधिग्रहण होने वाली भूमि के मुआवजा भुगतान के लिए जमीन मालिकों को भूमि के दस्तावेज, खतियान, एलपीसी, लगान रशीद, वंशावली जमा करना होगा। रैयतों को इसके अलावा बंध पत्र भी कागजात के साथ देना होगा। जिसमें रैयत यह घोषित करेंगे कि उनके द्वारा उपलब्ध कराई गई सारी जानकारी वैध है। जांच के दौरान गलत पाए जाने पर मुआवजा भुगतान नहीं होगा। उच्च न्यायालय की निगरानी में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज चल रही है।
भारतमाला परियोजना के तहत बिदुपुर से पातेपुर के बीच सड़क का निर्माण होगा। यह सड़क वैशाली सहित तीन जिलों को जोड़ेगी। वैशाली जिला के राजापाकर, महुआ, जन्दाहा व पातेपुर प्रखंड तक कुल 32 किलोमीटर लंबी सड़क जो समस्तीपुर के दलसिंहसराय तक जाएगी, फिर यहां से सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर और उदाकिशुनगंज होकर पूर्णिया में यह जाकर खत्म होगी। सड़क निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हैं। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के देखरेख में सड़क निर्माण होना है।
बता दें कि इस सड़क के निर्माण होने से वैशाली वासियों को राज्य के सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज व अररिया का आवागमन सुलभ हो जाएगा। जिले के बिदुपुर, राजापाकर, महुआ, जन्दाहा, देसरी, सहदेई, महनार, पातेपुर ब्लॉक के लोगों को राजधानी का सफर पहले के मुकाबले बेहद आसान हो जाएगा।
वैशाली में बिदुपुर सिक्सलेन से राजापाकर फोरलेन जन्दाहा, महुआ होते हुए पातेपुर तक गुजरेगी। राजापाकर से पातेपुर तक 43 मौजा के 4044 खेसरा के 204.02 हेक्टेयर भूमि के लिए अधिग्रहण किया जाना है। भूमि अधिग्रहण कर रैयतों को मुआवजा का भुगतान किया जाना है। फोरलेन रोड निर्माण के लिए जमीन अर्जन और मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया राजापाकर, जन्दाहा अंचल में शुरू भी हो चुकी है।