अब आईटी सेक्टर में बिहार के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। सरकार ने इसकी तैयारी तेज कर दी है। निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए एक स्पेशल यूनिट बनाई जाएगी। इस यूनिट में से प्रोफेशनल्स लोगों को नियुक्ति किया जाएगा, जो निवेशकों को अपनी ओर खींचेंगे।
बीते दिनों राज्य सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जिवेश कुमार दुबई दौरे पर थे। मंत्री ने बिहार में हुए विकासात्मक कार्यों से दुबई के उद्यमियों को रूबरू कराया। उस समय कुछ आईटी निवेशकों ने बिहार में निवेश करने की दिलचस्पी दिखाई। बिहार लौटने के बाद जीवेश कुमार ने निवेशकों की ओर से आए प्रस्तावों पर काम करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों को खासकर आईटी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए स्पेशल टास्क दिया गया है।
विभागीय योजना के मुताबिक आईटी निवेशकों को अपनी ओर खींचने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (पीएमयू) की स्थापना होगी। यूनिट में पेशेवर एक्सपर्ट की तैनाती की जाएगी। ये वैसे पेशेवर होंगे जो बिहार में आईटी सेक्टर की संभावनाओं के बारे में निवेशकों को तमाम जानकारी से अवगत कराएंगे।
राष्ट्रीय व वैश्विक मंचों पर बिहार की ब्रांडिंग करने की जिम्मेदारी पीएमयू की होगी। बिहार में किस प्रक्रिया के तहत निवेश हो सकता है, यह पीएमयू के प्रोफेशनल्स जानकारी देंगे। निवेश करने के लिए सरकार की तरफ से दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में निवेशकों को बताने का जिम्मा इन्हीं प्रोफेशनल्स का होगा। निवेशक राज्य में पैसा लगाने को तैयार हो सके, इसके लिए यह प्रोफेशनल्स राज्य में आईटी क्षेत्र में हुए कार्यों और यहां की संभावनाओं से रूबरू कराएंगे।
सरकार इस कोशिश में है कि देश के बाकी राज्यों में जिस तरह से आईटी सेक्टर में तेजी से विकास हो रहे हैं, उसी तरह बिहार में भी आईटी क्षेत्र में राज्य का दबदबा कायम हो। यहां के युवा अन्य राज्यों में जाकर नौकरी कर रहे हैं, वे अपने राज्य में ही काम करें। राज्य की तरक्की में युवा अपनी भूमिका निभा सकें।