पुलिस खोजबीन में वैज्ञानिक जांच को बढ़ावा और मजबूत सबूत इकट्ठा करने के मकसद से बिहार के पुलिस रेंज में क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) स्थापित करने की तैयारी है। इसके लिए बड़े स्थान पर युवाओं की बहाली होनी है जिसकी शुरुआत हो चुकी है। अगर आप भी वैज्ञानिक तरीके से केस सुलझाने वाले फिल्मी अभिनेता को देख रोमांचित होते हैं तो आप अपने करियर को नया आयाम दे सकते हैं।
बता दें कि वर्तमान में राज्य के पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में एफएसएल जांच की सुविधा है। अन्य नौ रेंज में गृह विभाग ने एफएसएल जांच के लिए आवश्यक कर्मियों, उपकरणों, भवनों एवं अन्य जरुरतों की उपलब्धता की प्रक्रिया तेज कर दी है। क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं के लिए 218 पदों के सृजन को मंजूरी मिली है। जिसमें 189 पदों का रोस्टर क्लीयरेंस किया जा चुका है, वहीं 29 पदों का रोस्टर क्लीयरेंस का प्रस्ताव अपराध अनुसंधान से प्राप्त होना शेष है।
गृह विभाग की समीक्षा बैठक में एफएसएल जांच के संबंध में की जा रही सारी कार्रवाई को विस्तार से बताया गया। बता दें कि निदेशक के नौ, उप-निदेशक के 10, सहायक निदेशक के 29, वरीय वैज्ञानिक सहायक के 58, उच्चवर्गीय लिपिक के 10, निम्नवर्गीय लिपिक के 20, चालक के 18, प्रयोगशाला वाहक के 29, विसरा कर्तक के 20 और कार्यालय परिचार के 11 पदों के नियुक्ति को मंजूरी मिली है। वहीं, निदेशक व उच्चवर्गीय लिपिक का पद प्रोन्नति वाला है।
क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं द्वारा स्वीकृत पदों में से कुछ पदों पर बहाली प्रक्रिया शुरू हो गई है। सामन्य प्रशासन विभाग ने निम्नवर्गीय लिपिक के 10 पदों के लिए नोटिस जारी किया है। सीआईडी ने गृह विभाग को वैज्ञानिक सहायक के 56 पदों के लिए अधियाचना बेचा है, इसे रोस्टर क्लीयरेंस मिल चुका है। सहायक निदेशक के 29 पदों पर सीधी बहाली होनी है इसके लिए रोस्टर क्लीयरेंस की कार्रवाई हो रही है।