सूबे की सरकार बिहार के सभी पंचायतों में श्मशान स्थल का निर्माण करेगी। पंचायती राज विभाग 8072 पंचायतों में चरणवार तरीके से इस योजना पर काम कर रही है। पहले चरण में उत्तर बिहार के वैसे पंचायत में श्मशान स्थल का निर्माण होगा जहां दाह संस्कार पारंपरिक रूप से आसपास के इलाके के लोग करते हैं। उत्तर बिहार के लगभग सभी जिलों में बारिश के मौसम में अंतिम क्रिया कर्म करने में काफी परेशानी होती है इसी को देखते हुए सरकार ने इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया है।
पंचायत चुनाव खत्म होते ही 15 वें वित्त आयोग की राशि से निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। इसके लिए विभाग ने श्मशान घाट बनाने के लिए मानक स्ट्रक्चर का रोडमैप भी तैयार कर लिया है। विभाग के अधिकारियों की मानें तो एक श्मशान घाट के निर्माण पर 8 लाख 91 हजार रूपए की राशि खर्च होगी। जिसमें साढ़े 5 मीटर लंबा और 5 मीटर चौड़ा सेड बनाया जाएगा ताकि बारिश होने की स्थिति में भी अंतिम संस्कार में कोई समस्या ना हो।
अंतिम यात्रा में शामिल होने वाले लोगों के लिए कई तरह की सुविधाएं भी रहेगी। बूढ़े-बच्चे लोगों के बैठने के लिए 11 मीटर लंबे सेगमेंट बेंच बनेंगे, पेयजल की व्यवस्था के लिए 46 मीटर गहराई वाले बोरिंग बनाया जाएगा। शौचालय भी बनाया जाएगा जिसका आकार भी दे दिया गया है। पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि गांव में शहरी निकायों की तरह आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने के मकसद से सरकार योजना पर काम कर रही है ।