नालंदा सहित कई जिलों की पुलिस को अब बॉडी वार्न कैमरा से लैस किया गया है। इसका मतलब कि पुलिस के वर्दी में ही कैमरा लगा होगा। इसे पहन का ट्रैफिक पुलिस चालान काटेंगे। ट्रैफिक आईजी एमआर नायक ने कहा कि इस व्यवस्था से वाहन चेकिंग करने और चालान काटने में पारदर्शिता आएगी। यातायात पुलिस की एक्टिविटी और गाड़ी चालक के बातचीत को उनके वर्दी पर लगा कैमरा सब कुछ रिकॉर्ड कर लेगा।
स्पीड गन का इस्तेमाल ट्रैफिक पुलिस ने करना शुरू कर दिया है। गाड़ियों की रफ्तार नापने के लिए यह मशीन यूज में आएगा। जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। बीते दिनों 12 जिलों के ट्रैफिक डीएसपी के साथ आईजी ट्रैफिक ने बैठक कर उन्हें इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस अत्याधुनिक साजो-सामान के साथ सड़क पर तैनात रहेगी।
पुलिस आधुनिकीकरण के तहत यातायात पुलिस को हाईटेक बनाने के मकसद से बाडीवार्न कैमरे से लैस किया जा रहा है। फिलहाल यह लिमिटेड संख्या में है आने वाले समय में इसकी तादाद बढ़ाई जाएगी। कंट्रोल रूम से कैमरे को लिंक कर दिया जाएगा। जिसके बाद कंट्रोल रूम में बैठे पदाधिकारी लाइव वीडियो को देख सकेंगे। ट्रैफिक पुलिस क्या बात कर रही है इस पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी। ट्रैफिक पुलिस ने स्पीड गन का इस्तेमाल शुरू दिया है दूर से आ रही रफ्तार में चलने वाली गाड़ी को पकड़ा जाएगा। अधिकतम रफ्तार में चलने वाली गाड़ी को जुर्माना भरना होगा।
वहीं राज्य के विभिन्न थानों में महिला पुलिस अधिकारी और कर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है। वर्तमान समय में 13,718 महिला पुलिस अधिकारी व कर्मी है। इसमें कई ऐसे पदाधिकारी भी है जो थाना अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। बड़ी संख्या में महिला कर्मी और पदाधिकारी ट्रेनिंग में लगे हुए हैं। समीक्षा बैठक को इस बात की जानकारी दी गई कि ट्रेनिंग पूरा हो जाने के बाद उन्हें नियुक्ति की जाएगी।