बिहार के रजिस्ट्री कार्यालय में जमीन की खरीद और बिक्री करने वाले लोगों को अब चालान डिपॉजिट करने के लिए बैंक का चक्कर नहीं लगाना होगा। नार्निया ऑनलाइन भुगतान की सुविधा शुरू की जिसके बाद रजिस्ट्री कार्यालय में पीओएस मशीन और क्यूआर कोड लगाने की कवायद में है। इसके लिए इ-स्टांप की बेचने वाली बिहार स्टेट को-ऑपरेटिव और एक्सिस बैंक को नया जिम्मा मिला है। सब कुछ सही रहा तो छठ के बाद सुविधा शुरू हो जायेगी। विभाग के स्तर पर शुरू प्रक्रिया अंतिम दौर में है। नई व्यवस्था के आरंभ होने के बाद मॉडल डीड से निबंधन कराने वाले लोगों को बड़ी सुविधा होगी।
जिला अवर निबंधक के राकेश कुमार ने जानकारी दी कि बीते दिनों हुई समीक्षा मीटिंग में इसके लिए आदेशित किया गया है। क्यूआर कोड जिस बैंक को लगाना है, उसके साथ बैठक होगी। ट्रायल के रुप में छठ बाद इसकी शुरुआत होनी है। इसके लिए विभिन्न काउंटर व अन्य व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है। निबंधन कार्यालय के ‘मे आइ हेल्प यू’ काउंटर पर क्यू आर कोड लगेगा। इसे मोबाइल से स्कैन करके यूपीआइ बेस्ड ऑनलाइन पेमेंट किया जा सकता है।
रजिस्ट्री कार्यालय में आगंतुक लोगों के लिए पेयजल और शौचालय की व्यवस्था की गयी है। महिलाओं के लिए तीन विभिन्न शौचालय का बनवाया गया है। पूर्व से जो वेटिंग रूम का निर्माण था, उसे मॉडल डीड से निबंधन होने वाले कागजात तैयार करने और निर्गत करने वाला काउंटर बनाया गया है। पूरे कार्यालय को वातानुकूलित करने का काम जारी है। डीएसआर बताते हैं कि आने वाले वक्त में ऑफिस कैंपस की साफ-सफाई के साथ ही सड़क को दुरुस्त किया जायेगा।
बता दें कि रजिस्ट्री ऑफिस में इ-स्टांप की बेची जाती है, वह फिलहाल नगद राशि लेकर बेची जाती है। अगले माह से इसमें परिवर्तन होगा। विभागीय के अपर मुख्य सचिव ने इ-स्टांप की क्यूआर स्कैन कोड बिक्री करने वाले काउंटर पर लगा कर इसकी शुरुआत करने को कहा है। इसमें सुस्त बरतने वाले इ-स्टांप काउंटर के इंचार्ज के उपर कार्रवाई की बात कही गई।