बिहार में ऑनलाइन पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए सूबे के सभी 1082 पुलिस थानों को टैब उपलब्ध कराया गया है। अब बिहार पुलिस ऑनलाइन ही एम-पासपोर्ट पुलिस एप के माध्यम से पुलिस जांच प्रतिवेदन की प्रक्रिया पूरी कर रही है। पुलिस मुख्यालय का कहना है कि ऑनलाइन वेरिफिकेशन शुरू होने से पीवीआर रिपोर्ट जारी करने का समय घटा है। पुलिस जांच प्रतिवेदन पहले 21 दिनों में होता था जिसकी अवधि अब घटकर 13 दिन हो गई है। पुलिस हेडक्वार्टर के मुताबिक, पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए इस वर्ष मार्च तक एक लाख दो हजार 617 एप्लीकेशन आए, जिनका निष्पादन हो चुका है।
पिछले साल यानी 2021 के मार्च महीने से ही राज्य के सभी पुलिस थानों में ऑनलाइन मोड में पासपोर्ट वेरीफिकेशन का काम हो रहा है। पहले यह व्यवस्था मैनुअल थी। आंकड़े बताते हैं कि साल 2021 में मार्च माह तक मैनुअल मोड से 37 हजार 779 पासपोर्ट वेरिफिकेशन हुआ। इसके बाद लगभग आनलाइन 95 हजार 671 पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिपोर्ट किया गया। बता दें कि पुलिस अपने अस्तर से साल 2022 में मार्च माह तक एक लाख 26 हजार से ज्यादा आवेदनों का निष्पादन कर चुकी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2017 में 2,08,010 पासपोर्ट वेरिफिकेशन, 2018 में 2,05,748 वेरिफिकेशन, 2019 में 1,95,592 जबकि 2020 और 2021 में लगभग ढ़ाई लाख से भी ज्यादा पासपोर्ट वेरीफिकेशन किया गया। बताते चलें कि पासपोर्ट बनाना बेहद जटिल प्रक्रिया है। आवेदक को इसे बनवाने में पसीने छूट जाते हैं। थाने में सत्यापन के समय तो और भी परेशानी होती है। टाइम के सहयोग से कार्य में तीव्रता आएगी।