बिहार में इस साल टाटा टेक के सहयोग से राज्य के 60 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में उद्योग क्षेत्र की आवश्यकता के अनुरूप ट्रेनिंग देने का काम शुरू होगा। इसके लिए टाटा टेक के एक्सपर्टों की टीम सलेक्टेड आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने के प्लान पर क्रियान्वयन शुरू कर दिया है। चयनित आइटीआइ को अगस्त माह तक सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।
बता दें कि सरकार ने राज्य के सभी 149 आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने के लिए 5436 करोड़ रुपये की योजना है, लेकिन पहले फेज में बिहार सरकार और टाटा टेक संयुक्त रूप से 2200 करोड़ रुपए निवेश करने जा रही है। इसमें टाटा टेक की 88 प्रतिशत व बाकी के 12 प्रतिशत सरकार की हिस्सेदारी है।
बताते चलें कि सीएनसी मिलिंग, सीएनसी टर्निंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिजायन, ड्रोन टेक्नोलाजी, फैशन टेक्नोलाजी, प्लास्टिक डाई इंजीनियरिंग, रोबोट सिस्टम इंटीग्रेशन, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटल कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल इंसटालेशन, आटोमोबाइल्स टेक्नोलाजी, कार पेंटिंग, आटोबाडी रिपेयर, वेल्डिंग, रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग, मोबाइल रोबोटिक्स, आइटी साफ्टवेयर साल्यूशन फार बिजनेस, मेकाट्रोनिक्स, इंडस्ट्रियल कंट्रोल, वाटर टेक्नोलाजी, वेब टेक्नोलाजी, मोबाइल एप्लिकेशन्स डेवलपमेंट, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, आइटी नेटवर्क सिस्टम एडमिनिस्टे्रशन, ग्राफिक डिजाइन टेक्नोलाजी, इंडस्ट्रियल डिजाइन टेक्नोलाजी, पेंटिंग एंड डेकोरेटिंग, प्लबिंग एंड हीटिंग, थ्री डी डिजिटल गेम आर्ट, प्रिंट टेक्नोलाजी, विजुअल मर्चेंडाइजिंग, इनफारमेशन नेटवर्क केबलिंग जैसे कोर्स संचालित होंगे।
बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने कहा है कि इस वित्तीय साल में पहले फेज में 60 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने का काम आरंभ हो गया है। टाटा टेक के एक्सपर्टों की टीम ने सलेक्टेड औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अपना काम शुरू कर दिया है। इसके अगले साल दूसरे फेज में 89 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को डेवलप किया जाएगा। (इस आर्टिकल में प्रयोग किए गए चित्र प्रतीकात्मक हैं।)