इस साल के अंत तक पटना-बख्तियारपुर हाईवे समेत कुल 4 नेशनल हाईवे का काम पूरी तरह पूरा कर लिया जाएगा। इन चारों एनएच की कुल लंबाई 261 किलोमीटर है और इसके निर्माण में कुल 2408 करोड़ खर्च किए गए हैं। जिन 4 नेशनल हाईवे का काम इस साल पूरा होना है उसमें तीन टू-लेन हाईवे मुजफ्फरपुर से सोनबरसा, छपरा-मुजफ्फरपुर, बिहारशरीफ-बरबीघा-मोकामा और एक फोरलेन हाईवे पटना-बख्तियारपुर शामिल हैं।
मुजफ्फरपुर-सोनबरसा और पटना-बख्तियारपुर का निर्माण कार्य लगभग 10 साल पहले और रेवाघाट होते हुए छपरा-मुजफ्फरपुर और बरबीघा होते हुए बिहारशरीफ-मोकामा हाईवे का निर्माण कार्य लगभग 6 साल पहले प्रारंभ हुआ था। इन चारों हाईवे का निर्माण इस साल के अंत तक पूरा होने जा रहा है। इन सड़कों के बन जाने से आसपास के क्षेत्रों से कनेक्टिविटी और बेहतर होगी और ट्रैफिक समस्या से निजात मिलेगा।
नेशनल हाईवे 30 के तहत आने वाले पटना से बख्तियारपुर फोरलेन के बन जाने से एक बार फिर बख्तियारपुर होते हुए रांची, जमशेदपुर समेत झारखंड के अन्य शहरों से यातायात सुविधा और बेहतर होंगी, इस सड़क मार्ग की कुल लंबाई 50 किलोमीटर है और इसके निर्माण पर कुल 574 करोड़ की लागत आया है। तो वही नेशनल हाईवे 82 के तहत आने वाला बरबीघा होते हुए बिहारशरीफ-मोकामा टू-लेन सड़क की लंबाई लगभग 54 किलोमीटर है।
नेशनल हाईवे 77 के अंतर्गत आने वाला मुजफ्फरपुर-सोनबरसा टू-लेन के बन जाने से मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 84 किलोमीटर है और इसके निर्माण में कुल 512 करोड़ का लागत आया है। वही 70 किलोमीटर लंबाई वाले छपरा-मुजफ्फरपुर हाईवे के निर्माण पर 427 करोड़ खर्च किए गए हैं।