बिहार के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र में शुमार बेगूसराय के बरौनी रिफाइनरी में हवाई जहाज इंधन उत्पादन के लिए इंडजेट प्रोजेक्ट रिएक्टर का कार्य पूर्ण हो चुका है। 250 किलो टन प्रति सालाना क्षमता वाली इस यूनिट के शुरू होने से इपीएफ उत्पादन का काम शुरू हो गया है। यूनिट के कार्यकारी निदेशक शुक्ला मिस्त्री में बरौनी रिफायनरी ऑफिसर्स एसोसिएशन के आला अधिकारी और सदस्यों को संबोधित करते हुए इस जानकारी को साझा किया। उन्होंने बताया कि इस पहल से राज्य के सभी हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली विमानन ईंधन की आवश्यकता पूर्ण होगी।
15 जनवरी 1965 को उस समय के केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हुमायूं कबीर ने यूनिट को देश के लिए समर्पित किया था।बता दें कि बरौनी रिफाइनरी के 97वें स्थापना दिवस के अवसर पर शुक्ला मिस्त्री ने संबोधित करते हुए कहा कि तब से लेकर अब तक प्लांट में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि नई तकनीक को अपनाया गया है ताकि हम दुनिया के स्टैंडर्ड पर खड़ा उतार सकें। आज के समय के अनुसार आवश्यकताओं को पूर्ण कर सकें।
इस अवसर पर बरौनी रिफाइनरी के मुख्य महाप्रबंधक आरके झा ने बताया कि रिगैसीफाइड तरलीकृत प्राकृतिक गैस अलग-अलग परियोजनाओं से विभिन्न प्लांटों को स्वच्छ इंधन और सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जन में काफी गिरावट की सुविधा उपलब्ध कराएगा। इसी वर्ष इस योजना को आगे ले जाने के लिए पड़ोसी जिले मुंगेर में पौधारोपण की योजना है। इस दौरान बरौनी रिफाइनरी की कॉर्पोरेट संचार प्रबंधक अंकिता श्रीवास्तव कहा कि संयंत्र तत्कालीन सोवियत संघ के मदद से स्थापित किया गया था।