बिहार का दूसरा रेल सुरंग बनकर तैयार हो गया है। पूर्वी सर्किल के मुख्य संरक्षा आयुक्त एसके चौधरी ने शुक्रवार को दूसरे रेल सुरंग की जांच पूरी कर ली है। रतनपुर-जमालपुर के बीच बनी रेल सुरंग व दोहरीकरण का सीआरएस ने पहले ट्रॉली से जांच की, फिर पैदल चलकर सुरंग का मुआयना किया। तकरीबन 4 घंटे तक निरीक्षण करने के बाद इलेक्ट्रिक इंजन के साथ आठ कोच वाली ट्रेन को रेलवे ट्रैक और सुरंग में 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौरा का ट्रायल किया गया।
कहीं कोई त्रुटि जांच में नहीं पाई गई। शुक्रवार देर रात से ही राज्य के दूसरे रेल सुरंग से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है। जमालपुर होते हुए अगरतला से आनंद विहार टर्मिनल के बीच परिचालन होने वाली तेजस राजधानी एक्सप्रेस भी चलेगी। सुबह के समय मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने अधिकारियों के साथ अतरौली से जबलपुर से रतनपुर तक निरीक्षण किए। सुरंग के बाहरी और अंदर बने हिस्से की बनावट को करीब से देखा।
स्पीडी ट्रायल के लिए सीआरएस स्पेशल ट्रेन 3:08 से रतनपुर से खुली और 3:14 जमालपुर पहुंच गई। निरीक्षण करने के समय मालदा रेल मंडल के डीआरएम यतेंद्र कुमार, डिप्टी चीफ इंजीनियर रंजीत कुमार, डीईएन हेमंत कुमार, आरपीएफ के मंडल डिवीजनल सुरक्षा आयुक्त राहुल राज, सहायक सुरक्षा आयुक्त एके सिंह, टीआई बी बी तिवारी न अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बता दें कि 45 करोड़ रुपए की लागत से नए सुरंग का निर्माण हुआ है। सीआरएस ने निरीक्षण के बाद निर्माण कार्य पर संतुष्टि जताई है। 2 साल में निर्माण कार्य पूरा हुआ है। अक्टूबर 2019 मैं ही राज्य के दूसरे सुरंग का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। राज्य का पहला सुरंग भी जमालपुर में है इसे ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी ने 1861 में बनाया था। पहले सुरंग से 25 मीटर की दूरी पर दूसरे सुरंग का निर्माण हुआ है। ऑस्ट्रेलियन तकनीक से नई रेल सुरंग का निर्माण हुआ है। इसका डिजाइन भी अलहदा है। सुरंग की लंबाई 903 फीट है। चौड़ाई 7 मीटर और ऊंचाई 6.10 मीटर है।