बिहार के बीएड कॉलेजों में नामांकन की वजह से प्रतियोगिता परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। बिहार के 35 सौ संस्थानों में 34 हजार से अधिक सीटों पर नामांकन होना है। इसके लिए एक लाख 91 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं। 23 जून के दिन बिहार के बीएड कालेजों में नामांकन हेतु संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन होना था। सोमवार के दिन राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रमंडलीय आयुक्तों की बातचीत के पश्चात परीक्षा स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।
बीएड सीईटी हेतु नोडल विश्यविद्यालय ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी को स्थापना की गई। बिहार में प्रदर्शन की स्थिति को ध्यान में रखते हुए परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। इस बात की जानकारी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एसपी सिंह द्वारा दी गई है। वहीं इस परीक्षा को जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित करने पर बातचीत जारी है। परंतु परीक्षा प्रवेश पत्र के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। पहले 23 जून के दिन बिहार के 11 शहरों में संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाना था। इस परीक्षा का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे था। इसके माध्यम से दो वर्षीय बीएड और शिक्षा शास्त्री कोर्स में नामांकन होगा।
पटना में सर्वाधिक परीक्षार्थी:
आंकड़ों के अनुसार पटना में सर्वाधिक परीक्षार्थी हैं।बीएड इंट्रेंस में अधिकांश परीक्षार्थी द्वारा पटना को परीक्षा केंद्र के रूप में चयनित किया गया है। बिहार में एक लाख 89 हजार 181 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इसमें से पटना से 53 हजार 833, मुजफ्फरपुर से 27 हजार 236, दरभंगा से 24 हजार 134, पूर्णिया से 11 हजार 358, मधेपुरा से 11 हजार 337, मुंगेर से 6 हजार 941, आरा से 9 हजार 973, भागलपुर से 13 हजार 100, छपरा से 6 हजार 946, गया से 16 हजार 476, हाजीपुर से 7 हजार 847 और मधेपुरा से 11 हजार 337 अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन किया गया है।
23 जून तक बंद रहेंगे कोचिंग संस्थान:
रविवार के दिन गोपालगंज के जिलाधिकारी डा. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में कोचिंग संस्थान के संचालकों के साथ बैठक का आयोजन किया गया है। इस बैठक में 23 जून तक सभी कोचिंग संस्थान को बंद करने का निर्णय लिया गया है। बिहार में युवाओं के द्वारा लगातार प्रदर्शन जारी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए डीएम द्वारा कोचिंग संचालकों को कई बिंदुओं पर निर्देश दिया गया है। इस बैठक में जिले के 20 कोचिंग संचालक उपस्थित थे। सभी कोचिंग संस्थान को बंद रखने की सूचना कोचिंग संचालक द्वारा छात्रों को उपलब्ध कराई जाए। इस बात का आदेश डीएम द्वारा दिया गया है।