बिहार मेडिकल के क्षेत्र में नई इबारत लिखने के लिए तैयार है। अब राज्य के मरीजों को बेहतर चिकित्सा के लिए बिहार से बाहर नहीं जाना होगा। बिहार को मेडिकल हब बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। आने वाले 4 सालों में मेडिकल कॉलेज की संख्या 30 हो जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने न्यूज़ एटिन मीडिया से खास बातचीत में कहा कि बिहार में फिलहाल सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेज समेत 19 मेडिकल कॉलेज है। आने वाले समय में राज्य को 11 मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलने जा रही है।
मंगल पांडे ने बताया कि आने वाले 4 साल में राज्य में कुल 8 मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएंगे इसको लेकर निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। मेडिकल कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई के साथ ही मरीजों का बेहतर उपचार भी होगा। अस्पताल में बड़ी संख्या में बेड की व्यवस्था होगी। इन्हें 11 मेडिकल कॉलेजों में 500-500 बेड की संख्या होगी। वहीं दूसरी तरफ पीएमसीएच विश्वस्तरीय सुविधाएं वाली अस्पताल बन रहा है जहां 5462 बेड की क्षमता होगी। राज्य के सदर अस्पताल और अनुमंडल अस्पताल में भी बेड क्षमता बढ़ाए जाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
राज्य के जिन 11 जिलों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है उसमें पूर्णिया, समस्तीपुर, छपरा, महुआ, बेगूसराय, डुमरांव, सीवान, सीतामढ़ी, झंझारपुर, जमुई और भोजपुर शामिल हैं। भोजपुर, डुमरांव और बेगूसराय में निर्माण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि राज्य में 30 मेडिकल कॉलेज के चालू हो जाने के बाद अस्पतालों पर मरीज का दबाव भी कम हो जाएगा।