प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता अर्जित करने वाले हर अभ्यर्थी का सफर बेहद खास और अलग होता है। कोई समाज को चुनौती तो कोई अपनी वित्तीय स्थिति को चुनौती देकर अपने लक्ष्य को हासिल करता है। ऐसी ही एक स्टोरी है बबली की। बिहार के बेगूसराय में डिप्टी कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात बबली अब आगे की सफर डीएसपी के रूप में करेगी।
आर्थिक रूप से हीन परिवार से संबंध रखने वाली बबली की एक 7 महीने की बेटी है। उनके फैमिली की स्थिति ठीक नहीं थी तो वह कांस्टेबल के पद पर बहाल हो गई। साल 2015 में बबली ने पुलिस कांस्टेबल के पद पर खगड़िया में पुलिस में सर्विस शुरू की और वह बेगुसराय पुलिस लाइन में थीं। लेकिन उन्होंने अपने हालात को अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया और बिहार लोक सेवा आयोग की तैयारी करने लगी। बबली ने लगातार तीन अटेम्प्ट दिए मगर कामयाबी उन्हें 66 वें बीपीएससी एग्जाम में मिली जहां अब वे डीएसपी का पदभार संभालेंगी।
बबली कहती हैं कि नौकरी के साथ ही उनकी पढ़ाई नहीं हो रही थी और उनकी मुख्य परीक्षा क्लियर नहीं हो रही थी। यही वजह है कि वह 66 में मुख्य परीक्षा की प्रिपरेशन के लिए पटना चली आई। बबली ने अपने परिवार वालों को परीक्षा के बारे में बताया तो उन्होंने पूरा समर्थन किया। यह उनका तीसरा अटेम्प्ट था और इस बार वह डीएसपी के तौर पर चयनित हो गई। बबली अपनी मेहनत और सफलता से काफी खुश हैं। उनकी इस कामयाबी से साथ में पदस्थापित लोगों को प्रेरणा मिल रहा है।