बिहार में पंचायत चुनाव का दौर समाप्त हो चुका है। सभी 18 चरणों के चुनावी मतगणना में युवाओं दबदबा रहा है। 60 फ़ीसदी से अधिक सीटों पर युवा चेहरों के हाथों पंचायत के विकास की कमान सौंपी गई है। वोट देने के मामले में महिलाओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त डॉ दीपक कुमार ने बताया कि युवा चेहरे बड़ी संख्या में जीत हासिल की है। आयोग विशेष रूप से जीत, शिक्षा सहित अन्य बिंदुओं पर समेकित रिपोर्ट तैयार करेगा इसके लिए आयोग सॉफ्टवेयर विकसित कर रिपोर्ट तैयार करेगा।
मिली खबर के मुताबिक 50 फीसद से अधिक चुनाव जीतने वाले युवा उम्मीदवारों की आयु 25 से 50 साल के बीच है। अकेले पटना जिला में 90 फ़ीसदी पुराने मुखिया चुनाव हार गए हैं जबकि 92 प्रतिशत नए युवाओं के हाथों पंचायत की कमान मिली है। पुराने प्रतिनिधियों के चुनाव हारने का मुख्य बाजार मतदान के प्रति उनकी बेरुखी रही है। सबसे अधिक 30 से 40 साल के बीच के युवा मुखिया चुनाव जीते हैं। यही स्थिति मिलाजुला कर जिला परिषद के चुनाव में भी देखने को मिली है।
निर्वाचन चुनाव आयोग के आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि जिलों से मिल रही रिपोर्ट के मुताबिक 95 फ़ीसदी सीटों पर युवाओं ने चुनाव जीता है। उन्होंने बताया कि ईवीएम के जरिए पहली बार चुनाव हुआ है, इसका असर नतीजे पर देखने को मिला है। वहीं वोट देने के मामले में महिला मतदाताओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक पुरुषों की तुलना में 5 से 10 फीसद अधिक महिलाएं वोट दी है और जीत भी दर्ज की है।