बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई है। पंचायत चुनाव 10 चरणों में कराया जाएगा। पंचायत चुनाव के लिए अगले एक सप्ताह के अंदर जिले में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) भी उपलब्ध हो जाएगा। ईवीएम उपलब्ध होते ही एफएलसी का कार्य शुरू करा दिया जाएगा जिसके बाद चुनाव प्रक्रिया में इसका उपयोग किया जाना है।
आयोग द्वारा जारी की गई एक गाइडलाइन जिले में भेजी गई है। जारी निर्देश के तहत सामाजिक दूरी, स्वच्छता व अन्य नियमों का अनुसरण करते हुए जरूरी तैयारी करने को कहा गया है। पंचायत चुनाव में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों के लिए भी चुनाव चिन्ह जारी कर दिया गया है।
मुखिया पद के लिए 36 चिन्ह
ग्राम पंचायत चुनाव के मुखिया पद के उम्मीदवारों के लिए चुनाव चिन्ह के तौर पर मोतियों की माला, पुल, केतली, कुंआ, सेव, डीजल पंप, बैगन, ब्रश, चिमनी, ढोलक, कलम और दावात, टेंपू, कैमरा, मोमबत्तियां, काठगाड़ी, ब्लैक बोर्ड, गाजर, बाल्टी, मोर, हंसिया, जग, टॉफी, छड़ी, मोबाईल, सीटी, चुड़यिां, टोकरी, जंजीर, टेलीविजन, ऊंट, किताब, तोता, वायुयान, उगता हुआ सूरज, खजूर का पेड़ व पपीता निर्धारित किया गया है।
जिला परिषद सदस्य के लिए 20 चिन्ह
पंचायत चुनाव में जिला परिषद सदस्य पद के उम्मीदवारों के लिए 20 दिन निर्धारित हुए हैं पतंग, हारमोनियम, टोप, जलता हुआ दीया, लेडी पर्स, लेटर बॉक्स, ताला और चाबी, अंगुर का गुच्छा, सिलाई की मशीन, स्लेट, मछली, वैन, मेज, टेबुल मक्का, प्रेशर कुकर, रेल का इंजन, आरी, लैंप, गैस का चूल्हा और कांच का गिलास शामिल हैं।
पंच पद के लिए
पंचायत चुनाव में ग्राम कचहरी के पंच पद के उम्मीदवारों के लिए 10 चुनाव चिन्ह निर्धारित किया गया है। पंच पद के प्रत्याशी गुड़िया, चापाकल, डमरू, कबुतर, ट्रैक्टर, सीढ़ी, बल्ला, कुर्सी, टॉर्च और तराजू चुनाव चिन्ह के तौर पर शामिल है।
सरपंच पद के लिए 21 चिन्ह
वहीं, सरपंच पद के प्रत्याशियों के लिए 21 चुनाव चिन्ह तय किए गए है। इनमें स्टोव, मोटरसाईिकल, माचिस, छाता, भोजन की थाली, पानी का जहाज, ट्रक, नल, बल्व, चौका-बेलन, जोड़ा बैल, स्टूल, बगुला, लडडू, हल, टमटम, बांसुरी, टाईपराइटर, चरखा, खूरपी और खल-मूसल शामिल हैं।
पंसस के लिए
पंचायत समिति सदस्य पद के उम्मीदवारों के लिए नागिन के तौर पर नारियल, कुदाल, गैस सिलेंडर, चारपाई, कप और प्लेट, कंघा, बरगद का पेड़, डोली, फ्रॉक, जीप और कंघा शामिल किया गया है।