बिहार-झारखंड के बीच बसों की कमी को देखते हुए 200 रूटों पर बस परिचालन को हरी झंडी मिलने वाली है। अगले महीने की 19 तारीख को राज्य परिवहन प्राधिकार सह परिवहन आयुक्त के बैठक के बाद हरी झंडी मिल जाएगी। बिहार और झारखंड के बीच तकरीबन 200 रूटों पर बसों की संख्या बढ़ाई जाने पर फैसला लिया जाएगा। बता दें कि बिहार से झारखंड के बीच बस परिचालन की संख्या बढ़ाने की तैयारी है।
बिहार झारखंड के बीच कई ऐसे रूट है जहां अभी तक एक भी बस का परमिट नहीं है। परिवहन विभाग ने बसों के परमगठ के लिए बस मालिकों से आवदेन मांगा है। आनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 22 अक्टूबर 2021 है। 26 अक्टूबर तक आवेदन की मूल प्रति परिवहन विभाग के कार्यालय में जमा करना होगा। आगामी 19 नवंबर को विश्वेश्वरैया भवन में राज्य परिवहन प्राधिकार सह परिवहन आयुक्त के कार्यालय में होने वाली बैठक में बसों की परमिट पर मंजूरी मिल जाएगी।
बिहार-झारखंड के बीच कई ऐसे रूट है, जहां अभी भी बसों का परिचालन नहीं हो रहा है। पटना से बहरागोड़ा, आरा से गिरीडीह, भभुआ से रांची, गया से बोकारो और देवघर, औरंगाबाद से गिरीडीह, जहानाबाद से बोकारो, नवादा से टाटा और हजारीबाग, जमुई से टाटा और देवघर, बेगूसराय से टाटा, बोकारो और देवघर, खगडिय़ा से धनबाद, छपरा से टाटा और रांची, मुजफ्फरपुर से धनबाद, भागलपुर से रांची, दरभंगा से बोकारो आदि शामिल है।