नए साल की शुरुआत आज से हो गई है। बिहार को इस साल कई बड़ी योजनाओं का लाभ मिलने जा रहा है। स्वास्थ्य सुविधाएं, स्वच्छता, शिक्षा, कला-संस्कृति, आधारभूत संरचना, ऊर्जा, कृषि, तकनीक, खेल जैसे क्षेत्र में बिहार नई ईबारत लिखने के लिए तैयार हैं।
इस साल बिहार को 1215 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, 243 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व 122 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित 1500 नई अस्पताल मिलेंगे। स्वास्थ्य सुविधाओं पर बिहार सरकार 291.6 करोड़ रुपए खर्च करेगी। नए साल की पुराने गांधी सेतु की दोनों लेनों पर गाड़ियां सरपट दौड़ती नजर आएगी। वहीं बिहार का पहला एक्सप्रेसवे पटना से कोलकाता तक को भी हरी झंडी मिल गई है।
इस साल बिहार के सरकारी स्कूलों में हजारों शिक्षकों की बहाली पूरी होने जा रही है। एक साथ 25 फरवरी के दिन लगभग 50,000 शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा जाएगा। सरकारी सेक्टर में डेढ़ लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध होने की संभावना है, जिनमें से ज्यादातर नौकरियां शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी होगी। तकनीकी दक्षता वाले युवाओं के लिए यह साल बेहतरीन साबित होने वाला है।
राज्य में कला-संस्कृति की गतिविधियों पर जोर दिया जा रहा है। इस साल रामायण, जैन, बौद्ध, इको, सूफी, गुरु और गांधी सर्किट से जुड़ी योजनाओं का काम पूरा होगा। चौथा कृषि रोडमैप भी इसी साल लागू किया जाएगा। बख्तियारपुर और मोकामा के इलाके में एक हजार हेक्टेयर में जैविक खेती शुरू होने जा रही है। वहीं राज्य में एथेनॉल के उत्पादन से हजारों युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना जग गई है।