22 सालों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बाढ़ बिजली घर से बिजली की आपूर्ति शुरू हो गई है। गुरुवार को रात 12 बजे से ही बाढ़ बिजली घर से बिहार को 401 मेगावाट बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। बीते दिनों बिजली घर का 72 घंटे का ट्रायल पूरी तरह सफल रहा था। बाढ़ बिजलीघर के स्टेज-2 की दोनों यूनिटी से पहले ही राज्य को बिजली की आपूर्ति हो रही है। पड़ोसी राज्य को भी इसका लाभ मिल रहा है।
बता दें कि स्टेज-2 की 660 मेगावाट की दो इकाइयों में से 90 फीसद जबकि स्टेज-1 की 660 मेगावाट में से 401 मेगावाट बिजली बिहार को आपूर्ति हो रही है। बाकी की बिजली आपूर्ति पड़ोसी राज्य झारखंड, उड़ीसा और सिक्किम को मिलेगी। 22 सालों के बाद बाढ़ बिजलीघर के स्टेज-1 की 660 मेगावाट की पहली यूनिट बनकर तैयार हुई है।
दो दशक पूर्व ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ में बिजलीघर निर्माण के लिए पहल की थी। तब सीएम नीतीश कुमार बाढ़ के सांसद थे और प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के केंद्रीय मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। साल 1998-99 में इस परियोजना को स्वीकृति मिली थी। इसी साल प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने बिजलीघर की आधारशिला रखी थी। 22 सालों के बाद बिहार को बाढ़ से बिजली की आपूर्ति शुरू किए जाने से राज्य को बेहद फायदा मिलने वाला है।