बिहार के 84 लाख खेतीहर के लिए जरूरी और बड़ी खबर है। जिन किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है, वैसे किसानों के लिए यह बड़ी खबर है। किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए एक और काम करना होगा।
आपको बता दें कि इस योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों को हर साल 6 हजार रुपए उनके बैंक एकाउंट में भेजती है। दो-दो हजार रुपए तीन इंस्टॉलमेंट में किसानों को सरकार भेजती है। किसानों को वित्तीय रूप से राहत पहुंचाना इस योजना का मकसद है। विशेष रुप से गरीब और सीमांत किसानों के लिए यह योजना बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है।
इस योजना से लाभान्वित होने वाले किसानों को अब हर साल पेंशनधारियों के तरह सर्टिफिकेट अपडेट करना होगा। नई व्यवस्था केंद्र सरकार ने लागू की है। किसानों को इसके लिए डॉक्टर से लिखवाने की कोई जरूरत नहीं है। इसके लिए इससे जुड़े हुए पोर्टल पर जाकर किसानों को ई-केवाईसी भरना होगा। सरकार ने ई-केवाईसी भरने के लिए 31 मार्च तक का समय दिया है। ई-केवाईसी की प्रक्रिया किसान पूरी नहीं करते हैं तो उन्हें सम्मान निधि का भुगतान नहीं हो पाएगा।
बता दें कि जिन किसानों का आधार से मोबाइल नंबर लिंक होगा वे घर बैठे ही ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। पोर्टल पर प्रक्रिया शुरू करते ही उनके मोबाइल पर ओटीपी गिरेगा। ओटीपी भरने के बाद ई-केवाईसी पर हर जानकारी खुद पोर्टल पर भर सकते हैं। जिनका मोबाइल आधार से लिंक नहीं होगा वह पास के सर्विस सेंटर में जाकर यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। सुविधा केंद्र की राशि केंद्र सरकार ने निर्धारित कर दी है। इस काम के लिए किसानों को मात्र 15 रुपए देना होगा। बता दें कि हर साल 84 लाख बिहार के किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।
Source- Dainik Jagran