बिहार के 4 लाख गाड़ी मालिकों की मुश्किलें बढ़ने वाली है। गलती सुधारने के लिए सरकार एक अंतिम मौका देगी। इसके बाद भी गाड़ी मालिक नहीं मानते हैं तो उन पर सख्त कार्रवाई का दौर शुरू हो जाएगा। बता दें कि राज्य के लगभग 4 लाख गाड़ी मालिकों ने टैक्स बकाया रखा है, जिसमें अकेले पटना जिले में एक लाख से अधिक वाहन मालिकों का नाम शामिल है। लिस्ट में सबसे नीचे शिवहर जिला है, जहां 190 वाहन मालिकों का टैक्स बकाया है।
परिवहन विभाग ने बकायेदारों पर कार्रवाई की कवायद तेज कर दी है। पहले नोटिस भेजकर उन्हें आगाह किया जाएगा। गाड़ी मालिकों को नोटिस भेजने के बाद परिवहन विभाग 21 दिनों तक इंतजार करेगी। निर्धारित समय पर नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर सभी बकायेदारों पर सर्टिफिकेट केस दर्ज किया जाएगा। जिला परिवहन पदाधिकारियों को नोटिस भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
परिवहन विभाग ने बताया कि पटना जिले के एक लाख 10 हजार से अधिक वाहन मालिकों ने टैक्स नहीं चुकाया है। टैक्स बकाये की सूची में 67000 से अधिक बाकायेदार के साथ मुजफ्फरपुर जिला दूसरे नंबर पर है। तीसरे नंबर पर पूर्णिया जिला है जहां 26000 से अधिक बकायेदार है। सूची में चौथा नाम भागलपुर जिले का है जहां 21 हजार से अधिक लोगों ने टैक्स नहीं चुकाया है।
बकायेदारों की सूची में अररिया के 1220, बांका के 2381, औरंगाबाद के 5676, भभुआ के 3918, भोजपुर के 8166, छपरा के 10 हजार से अधिक, गोपालगंज के 4619, जहानाबाद के 8449, लखीसराय के 5573, मोतिहारी के 7797, नालंदा के 9910, नवादा के 5883, रोहतास के 9963, सहरसा के 3988, समस्तीपुर के 3521, सीतामढ़ी के 4044, सीवान के 5476 जबकि वैशाली के 8016 वाहन मालिकों ने टैक्स नहीं चुकाया है।