पब्लिक पेट्रोलियम कंपनियों के पेट्रोल पंप पर इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया जा चुका हैं, लेकिन बिहार में इलेक्ट्रिक गाड़ियां की संख्या कम होने के वजह से विधिवत तरीके से चार्जिंग स्टेशन चालू करने में बाधा आ रही है। सबसे ज्यादा नौ चार्जिंग स्टेशन सासाराम जिले में स्थापित किया जा चुका है, इसके साथ ही 8 चार्जिंग स्टेशन मुजफ्फरपुर में, पूर्वी चंपारण में छह, राजधानी पटना में 5, समस्तीपुर और सुपौल में छह-छह चार्जिंग स्टेशन है।
सार्वजनिक क्षेत्र की द पेट्रोलियम कंपनियां हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम वहीं इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन का बिहार में सौ पचास इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया जा चुका है। अकेले 75 चार्जिंग स्टेशन इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने स्थापित किया है।
इनमें पटना जिले के अर्जुन फ्यूल सेंटर (पाली), सुमन ऋषि फ्यूलस (जहानाबाद), मंजू पेट्रोलियम (मसौढ़ी), विनायक सर्विसेज (कनपा) और धनरवा (मसौढ़ी) के लगन गौरव किशन सेवा केंद्र में ईवी चार्जिंग स्टेशन बनकर तैयार हो चुका है। प्रदेश के 26 जिलों में चार्जिंग स्टेशन तैयार तो हो चुका है, किंतु कमर्शियल रुप से अभी भी काम शुरू नहीं हो सका है।
सार्वजनिक तेल कंपनियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक विदेश में 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। साल 2022-23 में आईओसी ने 70 और स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके साथ ही बीपीसीएल के 40 और एचपीसीएल के 35 पेट्रोल पंपों पर चार्जिंग की सुविधा स्थापित की जा चुकी है। आने वाले तीन वर्ष में ही इंडियन ऑयल लगभग 10,000 पेट्रोल पंपों पर ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेगी।