बिहार सरकार ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूलों के तर्ज पर आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। प्रदेश के 379 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में उन्नयन बिहार परियोजना के तहत इस वर्ष दो-दो स्मार्ट क्लास की स्थापना की जाएगी। स्मार्ट क्लास के लिए विद्युत की निर्बाध आपूर्ति होगी। अगले वर्ष 30 जून तक सभी माध्यमिक स्कूलों में स्मार्ट क्लास योजना को पूर्ण किया जाएगा।
शिक्षा विभाग के अपर सचिव संजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सिलेक्टेड माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में दो-दो स्मार्ट क्लास स्थापना से जुड़ी हुई प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है। इस योजना के क्रियान्वयन पर टोटल 115 करोड़ रुपए की लागत आएगी। सभी सलेक्टेड स्कूलों को धनराशि मुहैया कराई जा रही है। प्रोजेक्ट के तहत स्कूलों को मिलने वाली राशि के उपयोग हेतु नियम निर्धारित कर दिया गया है। स्मार्ट क्लासेज में प्रोजेक्टर और कंप्यूटर के माध्यम से बच्चों को पढ़ाई कराई जाएगी। इसके लिए कोर्स से जुड़े मटेरियल को सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया जाएगा।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में आधुनिक सुविधायें उपलब्ध करवाने की दिशा में सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। प्रदेश के विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधा दी जाएगी।
प्रदेश के विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय आधुनिक शिक्षा मुहैया करवाने में यह योजना मील का पत्थर साबित होगी। @NitishKumar pic.twitter.com/G3NnEMSW2d
— Dr. Ashok Choudhary (@AshokChoudhaary) May 8, 2022
बता दें कि जिन स्कूलों को स्मार्ट क्लास के लिए चयनित किया जाएगा उसमें विभिन्न तरह की सुविधाएं उपलब्ध होगी। स्मार्ट क्लास के लिए प्रोजेक्टर, कंप्यूटर एवं साफ्टवेयर। ओवरहेड टैंक, सबमर्सिबल पंप, वाटर चिलर और आरओ वाटर प्यूरीफायर। पर्याप्त लैब उपकरण के लिए विज्ञान लैब रूम को मजबूत किया जाएगा। बिजली बचाने के मकसद से आधुनिक पंखे और एलईडी बल्ब लगाए जाएंगे। लाइब्रेरी के लिए पुस्तकें और खेल उपकरणों का प्रबंध किया जाएगा। छायादार व फलदार पेड़ पौधे लगाए जाएंगे, फूलों के बगीचे को विकसित किया जाएगा।