बिहार के सरकारी हॉस्पिटलों में मानव शक्ति की कमी को खत्म करने के लिए 5,000 पदों पर नई बहाली का प्रस्ताव बना लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं के सुधार के अलावा नई बहालियों को प्राथमिक कार्यों में जगह दी गई है। इसके साथ डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए पहल भी शुरू हो गई है। इनकी बहाली को लेकर बिहार तकनीकी सेवा चयन आयोग और बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद को अनुशंसा सौंपने की प्रक्रिया अंतिम दौर में हैं।
बता दें कि प्रदेश में तत्काल 1511 सीनियर रेजीडेंट तथा 1140 जूनियर रेजीडेंट की बहाली होगी। सीनियर रेजीडेंट की बहाली के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जल्द ही बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद को भेजा जाएगा। इनकी बहाली मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में की जाएगी। वहीं, जूनियर रेजीडेंट की बहाली एक वर्ष के लिए प्रस्तावित है।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के मुताबिक डॉक्टरों की बहाली के साथ ही लगभग 2000 पारा मेडिकल कर्मियों की स्थायी बहाली की जाएगी। इनकी बहाली के लिए बिहार तकनीकी सेवा चयन आयोग को अनुशंसा दी जाएगी। इनमें 1096 ओटी असिस्टेंट, 163 ईसीजी तकनीशियन और एक्स-रे तकनीशियन के 803 पद शामिल हैं। सूत्रों ने जानकारी दी कि इनके कल ड्रेसर, फिजियोथेरेपिस्ट और अन्य पारा मेडिकल के पदों पर बहाली को लेकर अनुशंसा भेजने की कवायद है।