बिहार में नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने-अपने विभागों के पदभार को संभाल लिया है। इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग की बागडोर संभाली। पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद तेजस्वी यादव ने बहाली को लेकर बड़ी बात कही। तेजस्वी ने स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर जल्द ही विभाग में 35,000 पदों पर भर्ती निकालने की बात कहीं।
तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर पहले फाइलों को देखा। उन्होंने अधिकारियों को लंबित फाइलों के निपटारे के निर्देश दिए। तेजस्वी ने अधिकारियों से खाली पदों के बारे में जानकारी ली। फिर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में 35000 पदों पर भर्ती करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हर हाल में विभाग के अधिकारियों को फरवरी तक बहाली पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
तकनीकी आयोग से बहाली प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद विभाग सबों को अनुमंडलों और जिलों में नियुक्ति करेगा। एएनएम की बहाली से जहां ग्रामीण इलाकों की स्वास्थ्य सुविधाएं में विस्तार होगी, वही टेक्नीशियन की भर्ती से प्रखंड स्तर से जिला स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही जल्द ही अस्पताल प्रबंधक, कम्युनिटी हेल्थ मैनेजर, डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग कोआर्डिनेटर और टयूबरक्लोसिस सुपरवाइजर सहित अन्य विभागों में अलग-अलग पदों के लिए बहाली की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में विभाग हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने को लेकर गंभीर है और इस दिशा में मानव बलों और जरूरी संसाधन की वृद्धि की जा रही है। शीघ्र ही 13 हजार से अधिक एएनएम सहित एनएचएम के तहत स्वास्थ्य कर्मियों को जिलों में बहाल किया जाएगा, जिससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। विभाग इसके लिए तेजी से कार्यरत है।
खबर के मुताबिक, इस साल के आखिर तक बिहार के विभिन्न विभागों में 4 लाख पदों पर बहाली निकाली जाएगी। सबसे ज्यादा भर्ती शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग में की जाएगी। इसके साथ ही बिहार के विभिन्न सरकारी विभागों में खाली पदों को भरने के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। जिसके तहत बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार तकनीकी सेवा आयोग और बिहार कर्मचारी चयन आयोग शामिल है। बिहार में हजारों से अधिक पदों पर भर्ती की जिम्मेवारी इन तीनों आयोगों को होगी।