सफलता किसी परिचय की मोहताज नहीं होती। इसी को चरितार्थ किया है, बिहार के लाल सौरभ कुमार ने। एक वक्त में सुलभ की छात्रवृत्ति पर पढ़ने वाले सौरभ आज के समय में 600 लोगों को रोजगार दे रहे हैं। सौरभ की कंपनी ऑयलर मोटर को 11.6 मिलियन डॉलर की फंडिंग में मिल चुकी है, कंपनी का वैल्यू तकरीबन 2.21 अरब रूपए को छू गया है। सौरभ ने अपने कामयाबी से सफलता के झंडे गाड़ दिए हैं, उनकी यह कहानी हर किसी को पढ़नी चाहिए।
बिहार के पूर्णिया से आने वाले सौरव के पिता पेशे से शिक्षक हैं।
पांचवी तक की पढ़ाई घर पर ही होने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए सुलभ की स्कॉलरशिप मिल गई। साल 1999 में दिल्ली के राम कृष्णा पुरी के डीपीएस में छठी क्लास में दाखिला हुआ। साल 2005 में 12वीं की पढ़ाई खत्म हुई, जिसके बाद दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में सिलेक्शन हुआ। पढ़ने के दौरान ही सौरभ ने डीसीआईआर के फंड से ऑटोनॉमस ग्राउंड व्हीकल की स्थापना की। काफी सुर्खियों में रहे। इसके चलते उन्हें सीआईआई से यंग अवार्ड से सम्मानित भी किया गया।
दिल्ली कॉलेज ऑफ़ इंडिया से बीटेक की पढ़ाई होते ही सौरभ आगे की पढ़ाई के लिए फ्रांस चले गए। यहां रिसर्च इंटर्नशिप के लिए काम किया, भाभी पीढ़ी के लिए ड्राइविंग असिस्टेंट सिस्टम पर शोध करते हुए उन्होंने एक्सीडेंट कम करने पर काम किया। न्यूयार्क के कोरनेल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर की डिग्री ली। इस दौरान ही ऑटोनोमस अंडरवाटर व्हीकल डिजाइन किया अमेरिका के नेवल रिसर्च कार्यालय ने इसकी तारीफ भी की। अमेरिका में ही याहू और ओरेकल जैसे बड़ी कंपनी में नौकरी लगी, फिर नौकरी छोड़कर स्वदेश आने का फैसला लिया।
भारत आकर सौरभ ने साल 2012 में एक कंपनी बनाई, जिसका नाम उन्होंने क्यूब26 रखा। कंपनी कस्टमाइज्ड एंड्राइड एप्लिकेशन पर काम करती है। कंपनी में फ्लिपकार्ट और टाइगर ग्लोबल जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने इन्वेस्ट किया। सौरभ इस कंपनी के साथ ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाए, क्योंकि साल 2017 में पेटीएम ने क्यूब26 को खरीद लिया।
तभी साल 2018 में भारत सरकार ने देश में ई व्हीकल को बढ़ाने को लेकर महत्वपूर्ण फैसले लिए। तभी सौरभ ने इसे उपयोग की समझते हुए साल 2018 में व्हीकल मोटर की स्थापना की सौरभ ने बैटरी से चलने वाले छोटे कमर्शियल व्हीकल के लिए काम करना शुरु कर दिया। सौरभ के कंपनी का प्रोडक्ट मार्केट में तो नहीं आया लेकिन ऑयलर मोटर कंपनी 600 से भी ज्यादा लोगों को रोजगार दे रही है। कंपनी का वैल्यूएशन 30 मिलियन पहुंच गया है। सौरभ ने अपने प्रतिभा से सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं।