बिहार के सीमांचल क्षेत्र में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने औद्योगिक क्षेत्रों में अब सस्ती दर पर जमीन ऑफर की है। पूर्णिया में इंडस्ट्रियल एरिया में अब 20 से 40 प्रतिशत छूट पर उद्यमियों को जमीन उपलब्ध होगी। इसी तरह कटिहार में उद्यमियों को 60 प्रतिशत तो अररिया में 20 प्रतिशत छूट के साथ उतरने को जमीन मिलेगी। पूर्णिया के औद्योगिक क्षेत्र में पहले से ही गुजरात और हरियाणा की कंपनी कार्यरत हैं। अररिया के फारबिसगंज और पूर्णिया के बनमनखी जैसे छोटे इलाकों में भी सस्ती दर पर जमीन उपलब्ध होने से उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
पूर्णिया के मरंगा औद्योगिक विकास केंद्र में उद्यमियों के लिए अब प्रति एकड़ 1.32 करोड़ रुपए की दर पर जमीन उपलब्ध होगी। बियाडा में कुल 251 एकड़ जमीन है, जिसमें केवल 10 एकड़ जमीन बिक्री के लिए शेष है। अब 20 प्रतिशत कम दाम पर जमीन मिलेगी। इसी तरह पूर्णिया सिटी में कुल 28 एकड़ जमीन है। यहां अब 40 प्रतिशत छूट के साथ जमीन उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए मिलेगी। औद्योगिक प्रांगण पूर्णिया सिटी में 173 के जगह 104 लाख रुपए प्रति एकड़ की दर पर उद्यमियों को जमीन दी जाएगी।
वहीं बनमनखी चीनी मिल की जमीन पर उद्योग स्थापित होंगे। यहां कुल 98 एकड़ जमीन उपलब्ध है। यहां 40 फीसद छूट के साथ 53 लाख रुपए प्रति एकड़ की रेट पर जमीन मिलेगी। बनमनखी जैसे इलाकों में उद्योग स्थापित होने से अनुमंडल स्तर पर युवाओं को रोजगार मिलेंगे। कटिहार औद्योगिक प्रांगण में पुनः उद्योग धंधे आबाद होंगे। यहां सबसे ज्यादा 60 प्रतिशत की छूट मिलेगी। अररिया जिले के औद्योगिक क्षेत्र फारबिसगंज में 65 लाख रुपए प्रति एकड़ की रेट से जमीन लेकर धार्मिक उद्यमी लगा सकते हैं।
गौतम कुमार (सहायक प्रबंधक, बियाडा मरंगा) ने कहा कि उद्योग धंधे को विस्तार देने के साथ ही निवेश के लिए चाहत रखने वाले उद्यमियों को वाजिब कीमत पर जमीन उपलब्ध कराने के मकसद से बियाडा के तहत औद्योगिक क्षेत्रों मैं जमीन के लीज कीमत निर्धारण को मंत्रिमंडल से मंजूरी दी गई है। इससे नए उद्योग धंधे स्थापित होंगे। जिला उद्योग केंद्र के सुशील कुमार की माने तो सस्ते कीमत में जमीन मिलने से उद्योग धंधे बढ़ेंगे। निवेश की संभावना बढ़ने से रोजगार के अवसर सृजित होंगे।