राजधानी पटना की तरह अब प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में जल्द ही सीएनजी बसें चलती दिखेंगी। इसमें पहले प्रमंडल मुख्यालय और जिला मुख्यालय वाले शहरों को जोड़ने की योजना है। परिवहन विभाग ने इस बाबत तैयारी शुरू कर दी है। इसके पहले सीएनजी स्टेशन इन शहरों में खोले जाएंगे। पहले से जहां सीएनजी स्टेशन है, वहां संख्या में बढ़ोतरी होगी।
पिछले दिनों ही इसको लेकर सीएनजी की आपूर्ति करने वाली कंपनियों थिंक गैस, आइओसीएल, आइओएजीपीएल और गेल के प्रतिनिधियों के साथ विभाग की बैठक हुई है। इसमें सीएनजी स्टेशनों की मौजूदा स्थिति, पाइप लाइन विस्तार और नए सीएनजी स्टेशन में निर्माण को लेकर समीक्षा की गई। पाइप लाइन के विस्तार में तेजी लाने का आदेश परिवहन विभाग में दिया है।
बिहार से छत्तीसगढ़ और बंगाल के बीच कई मार्गों पर नई बसों को मंजूरी दी गई है। बीते दिनों राज्य परिवहन प्राधिकार की मीटिंग में बस परिचालन की मंजूरी दी गई। इसके बाद वजीरगंज से हजारीबाग और वर्तमान होते हुए कोलकाता के बीच तीन बसें चलाने की परमिशन दी गई है। मोतिहारी से दरभंगा के रास्ते सिलीगुड़ी के बीच दो बस, राजगीर से हजारीबाग और दुर्गापुर होते हुए कोलकाता के बीच दो बस चलाने की परमिशन दी गई है।
वहीं, मोतिहारी से मुजफ्फरपुर-पूर्णिया होते हुए सिलीगुड़ी के लिए दो बस, राजगीर से बिहारशरीफ-पूर्णिया होते हुए सिलीगुड़ी के लिए दो बस और पूर्णिया से दालकोला के रास्ते रायगंज तक एक बस चलाने की मंजूरी दी गई है। इसके अलावा बांका से पूर्णिया होते हुए सिलीगुड़ी और दालकोला के बीच दो बस, मरहर से कोलकाता वाया वर्धमान, धनबाद और आसनसोल के लिए तीन बस, खेसर से देवघर-दुमका के होते हुए कोलकाता के लिए दो बस, पटना से बख्तियारपुर-पूर्णिया होते हुए सिलीगुड़ी के लिए चार बस, सहरसा से पूर्णिया-दालकोला के रास्ते सिलीगुड़ी के लिए दो बस जबकि भागलपुर से सिउरी वाया दुमका के लिए एक बस परिचालन की मंजूरी दी गई है।