बिहार के विधायकों व पूर्व विधायकों के लिए सीजीएचएस एप्रुव्ड अस्पतालों में कैशलेस उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। बीते दिन बिहार विधानसभा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एमएलए संजय सरागवी के संकल्प का जवाब प्रभारी मंत्री प्रमोद कुमार ने दिया।
उन्होंने कहा कि सीजीएचएस से एप्रुव्ड निजी और सरकारी अस्पतालों में सांसदों के तरह ही सूबे के विधायक और पूर्व विधायकों को भी कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की कवायद शुरू है विभाग नीति तैयार कर रहा है। इसे शीघ्र ही सरकार लागू करने जा रही है।
बिहार के शेष 10 जिलों में भी खुलेंगे मेडिकल कॉलेज pic.twitter.com/qgxt2qTZmg
— Mangal Pandey (@mangalpandeybjp) March 30, 2022
उधर, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विधानसभा में कहा कि बिहार के सभी 38 जिलों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा। फिलहाल 28 जिलों में सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल मौजूद या बन रहा है। आने वाले सालों में बांका व अन्य सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के निर्माण पर चरणबद्ध रुप से मंथन किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वाथ्य के क्षेत्र में बिहार में बीते 16 सालों में काफी काम हुआ है। विशेष रूप से आधारभूत संरचनाओं के विकास का जो काम हुआ हैं उसका ही नतीजा है कि अन्य राज्यों के तुलना में कोविड से हम बेहतर तरीके से जंग जीत पाए।
बिहार में सात निश्चय योजना के तहत 11 मेडिकल कॉलेज का निर्माण जारी है। इसमें बेगूसराय, वैशाली, भोजपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, पूर्णिया सारण, बक्सर, जमुई, सीवान और शामिल हैं। वहीं मुंगेर और मोतिहारी जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज बनाने को लेकर की अंतिम चरण में मंजूरी प्रक्रिया है।
मंगल पांडे ने कहा कि दरभंगा एम्स का शीघ्र ही अंतिम स्तर पर मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इसके लिए भूमि चयनित कर लिया गया है। एम्स निर्माण के लिए निर्धारित भूमि केंद्र सरकार को राज्य सरकार ने उपलब्ध करा दी है जमीन पर मिट्टी भराई का जारी है। शीघ्र ही दरभंगा में एम्स का निर्माण प्रारंभ हो जाएगा।