बिहार के प्रारंभिक स्कूलों में खाली पदों पर साल 2019 से शुरू बहाली की प्रक्रिया के दरम्यान चयनित सभी अभ्यर्थियों की पात्रता उत्तीर्णता की जांच 11 फरवरी तक हर हाल में हो जाएगी। निर्धारित समय में पूरा करने को लेकर सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष को शिक्षा विभाग ने मंगलवार को आदेश दिया है। बता दें कि 2021 के जुलाई और अगस्त और पिछले महीने जनवरी में हुई काउंसिलिंग में लगभग 33 हजार शिक्षक अभ्यर्थी अंतिम रूप से चयनित हुए हैं। उसको देखते हुए इनकी दक्षता सत्यापन को लेकर गाइडलाइन जारी करना ठोस पहल माना जा रहा है।
राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने आदेश दिया है कि वे चयनित अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र सत्यापन को पहली प्राथमिकता दें। सीटेट (सीटीईटी) या बीटेट (बीटीईटी) हो, उनका जिला स्तर पर सत्यापन का काम पूरा करें। बिहार टीईटी के प्रमाण पत्रों के लिए आवश्यकता के अनुसार पदाधिकारी, कर्मी की प्रतिनियुक्ति बीएसईबी के रिजिनल ऑफिस में कर निश्चित रूप से शुक्रवार तक सत्यापन पूरा किया जाए। सेंट्रल टीईटी उत्तीर्णता प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी इसी समय में सीबीएसई की वेबसाइट से पूरा कर लिया जाए।
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जिलों द्वारा भेजे गए नियुक्ति से जुड़ी हुई सभी प्रमाण पत्रों का सत्यापन 12 फरवरी तक पूरा करने का आदेश दिया है। बोर्ड द्वारा चयनित अभ्यर्थियों के शिक्षक ट्रेनिंग, शिक्षक योग्यता परीक्षा परीक्षा एवं मैट्रिक-इंटर उत्तीर्णता प्रमाण पत्र की जांच की जानी है। इसको लेकर अपर मुख्य सचिव ने गत साल 31 अक्टूबर को बोर्ड को दिये आदेश से भी अवगत कराया है।
बता दें कि चयनित 43 हजार शिक्षकों के नियुक्ति पत्र बांटने में राज्य के बाहर के प्रमाण पत्रों की जांच बड़ी बांधा बन गयी है। आलम यह है कि राज्य से बाहर के एक भी प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं हो पाया है। बिहार बोर्ड की आयोजित हो रही परीक्षा और बाहर के राज्यों के संस्थानों, बोर्डों के उदासीनता से यह संभव नहीं हो सका है। समय, संसाधन और मैनपावर के अभाव से चयनितों के सभी सर्टिफिकेट की जांच कर 25 फरवरी को नियुक्ति पत्र बांटने की उम्मीद नहीं दिख रही है। एक-एक जिले में 21 राज्य और बाहर के 70 संस्थानों के प्रमाण पत्रों चयनितों के आए हुए हैं।
राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि चयनितों की पात्रता की जांच जल्दी ही कर विभाग जल्द नियुक्ति पत्र बांटने की कोशिश में जुटा हुआ है। चयनित अभ्यर्थियों को और ज्यादा समय का इंतजार करना वाजिब नहीं है। इसके समाधान के लिए सत्यापन प्रक्रिया तेज करने का आदेश दिया गया है। मंत्री ने कहा कि वैकल्पिक व्यवस्था पर विभाग गंभीरता से सोच रही है।