शहरी इलाकों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए वृहद जिला पथों यानी एमडीआर का चौड़ीकरण किया जाएगा। ऐसे सड़कों को चिन्हित करने में पथ निर्माण विभाग अभी से जुट गई है, जहां जाम की समस्या अधिक है। ऐसे सर को को कम से कम दो लेन चौड़ा किया जाएगा। आवश्यकता के मुताबिक कुछ सड़कों को दो लेन से ज्यादा भी चौड़ा किया जाएगा।
विभागीय अधिकारी बताते हैं कि प्रस्ताव के अनुरूप सूबे में सिंगल लेन की सड़कों की लंबाई ज्यादा है। इसे और कम किया जाएगा। ऐसे सड़कों को इंटरमीडिएट लेन में तब्दील किया जाएगा। जबकि इंटरमीडिएट लेन सड़कों को दो लेन में बदलने की योजना है। दुल्हन बनाने के बाद भी जिन सड़कों पर जाम की समस्या बनी रहती है, तो वैसे चुनिंदा सड़कों को दो लेन से ज्यादा चौड़ा किया जाएगा।
विभाग में प्रारंभिक स्तर पर सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने हेतु कवायद शुरू कर दी है। इंजीनियर से रिपोर्ट तलब करने को कहीं गई है कि इस सड़क पर ट्रैफिक का लोड सबसे ज्यादा है। उन सड़कों के चौड़ीकरण में जमीन की समस्या कहां तक हैं। अगर भूमि अधिग्रहण कम करना पड़े तो उसे तत्काल रुप से चौड़ा किया आएगा। सूबे में अभी विभाग के अंदर 15 हजार 273 किलोमीटर एमडीआर है। इन सड़कों की चौड़ाई अलग-अलग है।
बता दें कि सिंगल लेन की कुल सड़कें 6254.05 किलोमीटर हैं, जो कुल एमडीआर का 41.78 प्रतिशत है। इन सड़कों की चौड़ाई अधिकतम 3.75 मीटर है। एमडीआर में सबसे ज्यादा इंटरमीडिएट लेन सड़कें हैं। इस केटेगरी की सड़कों की टोटल लंबाई 6341.47 किलोमीटर है, जो टोटल सड़कों का 42.36 प्रतिशत है। ये सड़क 5.50 मीटर चौड़ी है। वहीं टोटल 2092 किलोमीटर दो लेन लंबी सड़क है। कुल सड़कों का यह 13.98 प्रतिशत है। इसकी चौड़ाई 7 मीटर होती है।
बताते चलें कि पेब्ड शोल्डर के साथ टू लेन वाली सड़कों की चौड़ाई 10 मीटर होती है। वहीं, दो लेन से ज्यादा अर्थात फोर लेन वाली सड़कों की टोटल लंबाई 281.76 किलोमीटर है। जो एमडीआर का मात्र 1.98 प्रतिशत है। ऐसी सड़कें कम से कम 14 मीटर चौड़ी होती है। वित्तीय साल 2021-22 में विभाग ने अलग-अलग योजनाओं मसलन राज्य योजना, गैर योजना, नाबार्ड, आरसीपीएलडब्ल्यूईए, सीआरएफ, इंडो नेपाल बॉर्डर रोड परियोजना के तहत 1096.21 किलोमीटर वृहद जिला पथों का नवीकरण काम किया है। इससे अधिक सड़कों का नवीकरण आगामी वित्तीय साल 2022-23 में किया जाएगा।