पूर्वी बिहार के कारोबारी और उधमी को प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना का लाभ मिलेगा। पूर्व बिहार और मालदा डिविजन का पहला मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल निर्माण को मंजूरी मिल गई है। पहला मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल का निर्माण जमालपुर-किऊल रेलखंड के मसूदन-अभयपुर स्टेशनों के बीच होगा। टर्मिनल बनाने का मकसद है कि व्यापारियों को बेहतर सुविधा प्रदान करना है। पूर्व बिहार के लखीसराय, बांका, जमुई व भागलपुर सहित दूसरे जिले के व्यापारी डायरेक्ट कार्गो सेवा से अपना सामान मंगवा सकेंगे। टर्मिनल का निर्माण कंटेनर रखने के लिए किया जा रहा है।
दरसअल, रेलवे का पूरा ध्यान माल लदान की और है। ऐसे में व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने की तैयारी चल रही है। कुछ दिन पहले ही पूर्व रेलवे के अभियंता एके दुबे ने अभयपुर स्टेशन का मुआयना किया था। मुरैना के दौरान अभियंता ने मल्टी-माडल कार्गो टर्मिनल निर्माण के लिए जगह देखा था। जल्दी ही जगह का चयन का रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा।
व्यापारियों को मल्टी-माडल कार्गो टर्मिनल बनने से काफी राहत होगी। अपने प्रोडक्ट को भेजने में सुविधा होगी। कार्गों टर्मिनल से कंटेनर के माध्यम से मुंगेर के अलावा, खगडिय़ा, लखीसराय, जमुई के व्यापारी भी स्थानीय उत्पाद, मकई, दाल, परवल सहित अन्य खाद पदार्थ को भेज सकते हैं। व्यापारियों को रेल रूट से सामान भेजने में सड़क रूट के मुकाबले खर्च भी कम पड़ेगा।
अभी मालदा ट्रेन डिवीजन में व्यापारियों की सामान की ढुलाई की जा रही है। मालदा रेल डिवीजन के पांच जगह पर गुड्स यार्ड बन गया है। माल ढुलाई की प्रक्रिया को काफी बेहतर बनाने की तैयारी में रेलवे है, इसलिए पूरे देश में कार्गो टर्मिनल बनाने की तैयारी हो रही है। मालदा रेल डिवीजन में मालदा, टेकानी, पीरपैंती, जमालपुर, साहिबगंज स्टेशनों पर गुड्स यार्ड का निर्माण किया गया है।