बिहार के परंपरिक यूनिवर्सिटियों में तृतीय श्रेणी के कर्मियों के रिक्त पदों पर बहुत जल्द बहाली होगी। कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से इन पदों को भरा जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव को शिक्षा विभाग ने रोस्टर क्लियर कर खाली पदों की लिस्ट पोर्टल पर अपलोड करने का आदेश दिया है। शिक्षा विभाग की मानें, तो विश्वविद्यालयों और संबद्ध कॉलेजों में कर्मचारियों के लगभग साढ़े पांच हजार पद रिक्त हैं।
बिहार के जिले विश्वविद्यालयों में कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से कर्मचारियों की बहाली होगी उनमें बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, जय प्रकाश विश्वविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, पूर्णिया विश्वविद्यालय शामिल हैं।
राज्य के मुंगेर विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय और मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय में भी एसएससी के जरिए रिक्त पदों पर बहाली होनी है। इसके अलावा 250 संबद्ध कॉलेजों में भी कर्मचारियों की बहाली होगी। बता दें कि गत वर्ष बिहार सरकार ने अभिभूत महाविद्यालय विहिन अनुमंडलों में 11 डिग्री कॉलेज खोला है, वहां कर्मचारियों की बहाली होगी
बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में प्रशासनिक और वित्तीय व्यवस्था को सुदृढ़ करने का आदेश शिक्षा विभाग ने दिया है। विभाग के अनुसार सभी यूनिवर्सिटियों को किसी भी परिस्थिति में शैक्षिक सत्र को नियमित करना होगा व उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात में बढ़ोतरी करनी होगी। राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के अनुसार राज्य में वर्तमान में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात लगभग 18 प्रतिशत है।
विश्वविद्यालयों में प्रशासनिक सुधार हेतु शिक्षा विभाग ने अफसरों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है। विभाग के अनुसार हरेक विश्वविद्यालय में सॉफ्टवेयर से बजट तैयार होगा। सॉफ्टवेयर से ही विश्वविद्यालयों के बजट की मॉनिटरिंग की जाएगी। सेशन नियमित रहे इसके लिए निर्धारित समय पर परीक्षाएं आयोजित की जाएगी और नतीजे भी तय समय पर घोषित किया जाएगा।