उत्तर बिहार से राजधानी पटना जाने वाले और राजधानी पटना से उत्तर बिहार आने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। बहुत जल्द बिहार की लाइफलाइन कहे जाने वाले गांधी सेतु के पूर्वी लेन पर गाड़ियों का आवागमन शुरू हो जाएगा। गांधी सेतु के पूर्वी लेन पर स्तर पर काम इन दिनों चल रहा है। सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी दिन-रात निर्माण कार्य में जुटे हुए हैं। लगातार मुस्तैद होकर इंजीनियरों की टीम निर्माण स्थल में तेजी ला रही है।
बता दें कि गत महीने जैसे ही गंगा नदी का जलस्तर कम हुआ है उसके बाद से ही पूर्वी लेन पर सुपरस्ट्रक्चर का काम तेजी से किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक 1000 से ज्यादा कर्मचारी मजदूर दिन-रात निर्माण कार्य में जुटे हुए हैं। 46 पायों वाले इस पुल के 26 पायों क्षका सुपरस्ट्रक्चर जंगरोधी स्टील से बना लिया गया है। जबकि 13 स्पैन पर स्लैब का भी काम हो गया है।
ऐसे में संभावना जताई जा रही है आने वाले कुछ महीनों में ही गांधी सेतु के पूर्वी लेन पर गाडियां फर्राटा भरती नजर आएगी। बताते चलें कि मार्च 2022 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है लेकिन विलंबता के चलते इस लेन मई 2022 से गाड़ियों के परिचालन की उम्मीद जताई जा रही है। जिस तेजी से निर्माण कार्य हो रहा है अगर सब कुछ ठीक रहा तो अप्रैल से मई महीने के बीच में ही पश्चिमी लेन के साथ ही पूर्वी लेने पर भी गाड़ियों का आवागमन शुरू हो जाएगा। नए लेन के शुरू होने से जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
बता दें कि 2020 के जुलाई महीने में ही गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पर सुपरस्ट्रक्चर का काम कर लिया गया था और इसका उद्घाटन 31 जुलाई 2020 को किया गया था। 2020 के नवंबर से ही पूर्वी लेन पर काम शुरू हो गया था। कुछ महीने पहले ही पथ परिवहन मंत्री नितिन नवीन ने निर्वाण स्थल का जायजा लिया था। गांधी सेतु के समानांतर एक और फोरलेन पुल बनाने की योजना है जिसकी कुल लंबाई 14.5 किलोमीटर है। साल 2024 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।