UPSC के नतीजे घोषित हो चुके हैं। देशभर में प्रथम रैंक हासिल करने वाले बिहार के कटिहार के शुभम इन दिनों सफलता के गुर सिखा रहे हैं। कटिहार के विवेकानंद शिक्षण संस्थान पहुंचकर शुभम ने गुरुजनों का आशीर्वाद लिया, उसके दीप प्रज्वलित किया। उपस्थित लोगों ने फुल माला और पुस्तकें भेंट कर शुभम का शानदार स्वागत किया।
शुभम जब साल 2000 में शुभम नर्सरी में थे, तब की यादों को साझा करते हुए कहते हैं- मैंने पहली बार स्कूल में घंटी बजाने के चलते शिक्षकों के द्वारा पिटाई खाया। उन्होंने कहा अपना अनुशासन इसी स्कूल से सीखा है। बच्चों को सफलता के गुर सिखाते हुए कहा, पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की बातों को दोहराते हुए सपने जरूर देखे, उस सपने को साकार करें। बड़े सपने देखने के बाद याद ही मुकाम तक पहुंचा जा सकता है। इसके लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होगी।
बच्चों से सीधा संवाद करते हुए शुभम भविष्य के बारे में पुछने लगे। जवाब में बच्चों ने इंजीनियर, डॉक्टर तो किसी ने आईएस बनने की बात कही। बच्चों के आईएएस बनने से लेकर हर सवाल का जवाब शुभम ने आसानी से दिया, माता-पिता अध्यापक जो बातें कहते हैं, बच्चों को उन्हें सुनकर जीवन में उतारने की बात कही। शुभम ने अभिभावकों को कहा, बच्चे जो बनना चाहें उसे सपोर्ट करिए। मुझे फैमिली का सपोर्ट मिला इसीलिए मैंने सफलता पाई।
बिहार के कटिहार से आने वाले शुभम यूपीएससी के जारी परिणाम में टॉपर हुए हैं। पढ़ाई में शुरू से ही अव्वल छात्र रहे शुभम को अपने गांव को देखकर आईएएस बनने की प्रेरणा मिली। शुरुआती पढ़ाई गांव से करने के बाद 12वीं की पढ़ाई बोकारो से की। आईआईटी बॉम्बे से शुभम सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई कर चुके हैं। पहले प्रयास में ही शुभम ने साल 2019 में 290 रैंक हासिल किया था। इस बार यूपीएससी के घोषित नतीजे में देशभर में पहला स्थान लाकर शुभम ने सफलता के झंडे गाड़ दिए हैं।