बिहार के लाल ने कमाल किया है। पश्चिमी चंपारण के धीरज कुमार सोमवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के तहत बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित हुए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने धीरज कुमार को इस अवार्ड से सम्मानित किया। बता दें कि प्रधानमंत्री डिजिटली ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी के माध्यम से पश्चिम चम्पारण जिले के धीरज कुमार के अलावा देश के 21 राज्यों के 29 बच्चों से जुड़े। बालवीरों के हौसले की तारीफ की।
बता दें कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार नवाचार, वीरता, शैक्षणिक उपलब्धि, समाज सेवा, कला और संस्कृति तथा खेल के क्षेत्र में उम्दा प्रदर्शन हेतू 5 से 18 साल के बच्चों को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया जाता है। पुरस्कार में पदक, प्रशस्ति पत्र के साथ ही प्रोत्साहन राशि के तौर पर एक लाख रुपए दी जाती है। पुष्कर डिस्कवरी ब्लॉक चैनल टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्रदान की गई। इसकी व्यवस्था एनआईसी के सभागार में की गई थी। धीरज के साथ उनके परिवार के सारे सदस्य जिले के डीएम कुंदन कुमार भी मौजूद थे।
पीएम मोदी ने धीरज कुमार से बातचीत भी की। धीरज के साथ हुए घटना से पीएम अवगत हुए। पीएम ने धीरज से बहुत तमाम बातें पूछी जो घटना के समय उनके साथ घटी थी। पीएम ने धीरज से पूछा कि आप बड़ा होकर क्या बनना चाहते हैं। धीरज ने जवाब दिया कि मैं बड़ा होकर देश की सेवा के लिए आर्मी बनना चाहता हूं। धीरज फिलहाल आठवीं कक्षा के छात्र है। वह उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चौमुखा में पढ़ रहे हैं।
पिछले साल 1 अक्टूबर को दोपहर दो बजे के करीब धीरज छोटे भाई के साथ गंडक नदी के पास भैंसों को नहला रहे थे। इसी दौरान नीरज पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया। बहादुर धीरज ने बेमिसालता का परिचय देते हुए छोटे भाई को मगरमच्छ के जबरे से निकाल लिया। एक महीने के लंबा उपचार होने के बाद धीरज पूरी तरह फिट हुए। इसी बहादुरी को लेकर धीरज को जिला बाल संरक्षण इकाई के तरफ से राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए अनुशंसा की गई थी।