कैमूर पहाड़ी के ऐतिहासिक रोहतास किला तक जाने के लिए रोपवे का निर्माण कार्य 12 करोड़ 65 लाख रुपए की राशि खर्च कर बरसात के बाद शुरू हो जाएगा। बता दें कि रोहतास अंचल मुख्यालय के नजदीक से किला के चौरासन मंदिर तक रोपवे का का निर्माण किया जाना है। बिहार पुल निर्माण निगम के इंजीनियर सुनील कुमार बताते हैं कि रोपवे निर्माण में आ रही तमाम तकनीकी बाधाओं को समाप्त कर लिया गया है। इसकी टेंडर भी निकल गई है। बरसात के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
सीएम नीतीश कुमार साल 2012 में किला का मुआयना कर रहे थे इस दौरान उन्होंने विकास का ऐलान किया। उसी साल प्रदेश की सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से 1500 फीट की ऊंचाई के रोहतास किला तक रोपवे बनाने का निर्णय लिया था। सरकार ने इस परियोजना के लिए टोटल 12 करोड़ 65 लाख रुपए मंजूर किए थे। कैमूर वन अभ्यारण में स्थित रोहतास किले तक रोपवे बनाने के लिए केंद्रीय वन व पर्यावरण मंत्रालय के द्वारा नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट पिछले साल ही मिल गया था।
रोहतास किला तक रोपवे निर्माण के साथ ही रोहतास से अधौरा तक रोड बनाने की तैयारी एक दशक से ज्यादा वक्त से चल रही है। उस समय के एसपी विकास वैभव ने साल 2018 में राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा था कि नक्सल उन्मूलन व पर्यटन को बढ़ावा देते हुए रोहतास से अधौरा तक रोपवे का निर्माण किया जाए। विकास वैभव की पर्यटन विकास से इलाके में बेरोजगारी, नक्सलवाद और श्रम शक्ति के पलायन पर अंकुश लग सकता है। उन्हें जून, 2010 में डालमियानगर में रोहतास किला के नजदीक गांव के लगभग 80 युवाओं को टूरिस्ट गाइड का ट्रेनिंग दिया था।
बिहार पुल निर्माण निगम के इंजीनियर सुनील कुमार कहते हैं कि रोपवे निर्माण का काम अंतिम दौर में चल रहा है। 12.65 करोड़ की राशि खर्च कर होने वाले रोपवे बनाने के लिए कार्य एजेंसी को निर्देश दिया जा चुका है। वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी मिल गया है। आपत्तियों का निपटारा पर्यावरण मंत्रालय के द्वारा भी कर दिया गया है। उम्मीद है कि दो महीने में मंत्रालय से भी एनओसी मिल जाएगा।